पटना | मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को पटना के मरीन ड्राइव के तीसरे फेज का लोकार्पण किया। लोकार्पण करने के बाद मुख्यमंत्री चलने के लिए उठे तो सामने खड़े निर्माण एजेंसी के इंजीनियर से कहा कि जल्दी से जल्दी काम पूरा होना चाहिए.. कहिए तो आपका पैर भी छू लेते हैं। इस पर विभागीय सचिव प्रत्यय अमृत ने हाथ जोड़कर मुख्यमंत्री को रोक दिया। कार्यक्रम में दोनों डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा के साथ पटना साहिब से सांसद रविशंकर प्रसाद, विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव भी मौजूद थे। बता दें कि कुछ दिन पहले भी राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम के दौरान भी सीएम ने विभागीय सचिव के सामने हाथ जोड़े थे।
ऐसा क्यों किया : विस चुनाव के दौरान जनता सवाल न पूछे
असल में कुछ महीनों के बाद विधानसभा चुनाव की घोषणा होने वाली है। ऐसे में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार चाहते हैं कि जो भी विकास के कार्य अधूरे पड़े हैं वो जल्द से जल्द पूरे करा लिए जाएं। अधिकारियों को भी बार-बार निर्देश दे रहे हैं कि जल्द से जल्द काम पूरा कराएं नहीं तो विधानसभा चुनाव के दौरान जनता उनसे सवाल पूछेगी।
मुंबई की तर्ज पर विकसित हो रहा पटना का मरीन ड्राइव
पटना के मरीन ड्राइव को मुंबई की तर्ज पर विकसित किया जा रहा है। वर्ष 2022 में सीएम नीतीश कुमार ने पहले चरण में दीघा से पीएमसीएच तक मरीन ड्राइव का लोकार्पण किया था। दूसरे चरण में 2023 में पीएमसीएच से गायघाट तक विस्तार किया गया। अब बुधवार को गायघाट से कंगन घाट तक का सीएम नीतीश कुमार ने लोकार्पण किया। गौरतलब हो कि जय प्रकाश (जेपी) गंगा पथ बनने की शुरुआत अक्टूबर 2013 में हुई थी। जिसकी कुल लागत 31000 करोड़ रुपये है।
सोनपुर और हाजीपुर से आने-जाने वालों का समय बचेगा
वर्तमान में मरीन ड्राइव पथ में दीघा से गायघाट तक 12.5 किलोमीटर पर परिचालन हो रहा है। अब गायघाट से कंगन घाट तक जोड़ दें तो दीघा से कंगन घाट के बीच करीब 17 किलोमीटर जेपी गंगा पथ बन चुका है। इसके बाद अब सोनपुर और हाजीपुर से पटना आने-जाने वाले लोगों का समय बचेगा।