पटना | बिहार में लोग मेट्रो के बाद अब बुलेट ट्रेन में भी सफर करेंगे। बुलेट ट्रेन प्रदेश की राजधानी पटना के अलावा बक्सर, आरा, जहानाबाद और गया से होकर गुजरेगी। इसके लिए इन जिलों में स्टेशन भी बनाए जाएंगे। जानकारी के अनुसार, ट्रैक और स्टेशन बनाने के लिए जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। शहरी क्षेत्र के भू-मालिकों को दो गुना जबकि ग्रामीण क्षेत्र के भू-मालिकों को सर्किल रेट से 4 गुना ज्यादा मुआवजा दिया जाएगा। पटना में स्टेशन फुलवारी शरीफ में एम्स के पीछे बनेगा। बुलेट ट्रेन 350 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलेगी।
पटना में 60.9 किमी लंबा एलिवेटेड ट्रैक बनेगा
पटना जिले में 60.9 किमी लंबा एलिवेटेड रेलवे ट्रैक बनेगा। इसे लेकर रूट का निर्धारण हो गया है। ट्रैक और स्टेशन के लिए 135.06 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। दानापुर, फुलवारी शरीफ, संपतचक, मसौढ़ी और विक्रम क्षेत्र में यह जमीन ली जाएगी। जमीन अधिग्रहण को लेकर बैठक हुई है। बैठक में प्रशासन ने रेलवे से डीपीआर और प्रस्ताव मांगा है।
दो फेज में बनाए जाएंगे स्टेशन
पहले फेज में बक्सर, पटना, और गया में स्टेशन बनेंगे। दूसरे फेज में आरा और जहानाबाद में स्टेशन बनाया जाएगा। इन जिलों में जमीन अधिग्रहण का काम शुरू हो चुका है।
जमीन मालिकों को कितना मिलेगा मुआवजा
यह बुलेट ट्रेन दिल्ली से कोलकाता के बीच चलने वाली है, जो वाराणसी से मिर्जापुर, चंदौली, गाजीपुर, बक्सर, भोजपुर, पटना, जहानाबाद, गया, हजारीबाग, कोडरमा, गिरिडीह, धनबाद, पश्चिमी वर्धमान, पूर्वी वर्धमान, हावड़ा होते हुए कोलकाता जाएगी। पटना जिले के 58 गांवों की 128.63 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण होगा। ग्रामीण क्षेत्र में सर्किल दर से 4 गुना और शहरी क्षेत्र में 2 गुना मुआवजा मिलेगा।
चार राज्य के 18 जिलों के 739 गांवों से गुजरेगा ट्रैक
बताते चलें कि नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड की यह परियोजना दिल्ली-वाराणसी-पटना-हावड़ा-कोलकाता हाई स्पीड रेल कॉरिडोर का हिस्सा है। इसकी वाराणसी से कोलकाता के बीच की दूरी 799.293 किमी है। यह चार राज्य के 18 जिलों के 739 गांव से होकर गुजरेगा।