बेगूसराय | सक्षमता पास करने वाले नियोजित शिक्षकों की इन दिनों डीआरसीसी में काउंसिलिंग चल रही है। काउंसिलिंग के दौरान बुधवार को तेघड़ा की शिक्षिका मधु कुमारी का सर्टिफिकेट फर्जी पाया गया। हालांकि इस संबंध में कोई भी अधिकारी कुछ भी कहने से परहेज कर रहे हैं। जिला शिक्षा पदाधिकारी राजदेव राम ने कहा कि मामला संज्ञान में आया है, लेकिन अभी कुछ नहीं कह सकते हैं। वहीं स्थापना डीपीओ रविन्द्र कुमार साह का कहना है कि मामला अभी संदिग्ध लग रहा है। जांच के बाद स्पष्ट होगा।
जानकारी के अनुसार, शिक्षा विभाग के जिला कार्यालय ने विभिन्न नियोजन इकाइयों को कई बार पत्र लिखकर ऐसे शिक्षकों को सेवा से हटाने को कहा था जिनके प्रमाण पत्र फर्जी हैं। बावजूद नियोजन इकाइयों ने ऐसा नहीं किया। कई शिक्षक अब भी काम कर रहे हैं। इसी कड़ी में तेघड़ा प्रखंड में भी 38 शिक्षकों पर विभाग ने गाज गिराई थी। नियोजन इकाई को पत्र लिखा गया था। लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। इसमें प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी की मिलीभगत की बात सामने आ रही है। इसी कारण सक्षमता काउंसिलिंग के कारण तेघड़ा की यह शिक्षिका जांच के दौरान धरा गई। अब उन पर क्या कार्रवाई होती है या विभाग का अगला कदम क्या होगा, यह देखना होगा।
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शिक्षिका फर्जी निकली: डीआरसीसी में सक्षमता काउंसिलिंग के दौरान धराई, सर्टिफिकेट निकला फर्जी; बाेलने से बच रहे अधिकारी
बेगूसराय डीआरसीसी में सक्षमता काउंसिलिंग के दौरान बुधवार को तेघड़ा की शिक्षिका मधु कुमारी का सर्टिफिकेट फर्जी पाया गया। हालांकि अधिकारी कुछ नहीं बोल रहे।
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