- कलाकारों का कहना-शुक्रवार रात 12 बजे ही गिर गई थी सीलिंग, ठेकेदार पर स्टीमेट के अनुसार काम नहीं करने का आरोप
- भवन प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता बोले- सुबह 10.30 बजे गया था, लटक रहे कुछ हिस्से को दुरुस्त करने के लिए कहा था
बेगूसराय | नगर निगम कार्यालय से सटे टाउन हॉल (दिनकर कला भवन) के छत की सीलिंग टूटकर गिरने के मामले में जिलाधिकारी रोशन कुशवाहा ने जांच के आदेश दिए हैं। इसके लिए उन्होंने भवन प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता जहांगीर आलम को जांच करने और जल्द से जल्द टाउन हॉल का जीर्णोद्धार पूरा करने का निर्देश दिया। बताते चलें कि करीब 56 लाख की लागत से टाउन हॉल का जीर्णोद्धार किया जा रहा है।
टाउन हॉल का जीर्णोद्धार करने वाले ठेकेदार के मुंशी ने कहा सीलिंग टूटकर गिरी नहीं है बल्कि उसे गिराया गया है। सीलिंग का जो हिस्सा गिरा है वह करीब 1000 वर्ग फीट (33 गुना 30 फीट) है। यहां किनारे का एक हिस्सा लटक रहा था जिसे दुरुस्त करने के लिए ही इसे गिराया गया है। कुछ इसी तरह की बात भवन प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता जहांगीर आलम ने इस संबंध में पूछने पर बताया। हालांकि कलाकारों का दावा है कि छत की सीलिंग शुक्रवार देर रात 12 बजे ही गिरी है। लूट-खसोट को छिपाने के लिए अधिकारी और ठेकेदार झूठ बोल रहे हैं।
पढ़िए, मौके पर पहुंचने के बाद हमने क्या देखा
न्यूजविस्टबीआइएच डॉट कॉम की टीम शनिवार दोपहर करीब 12:30 बजे टाउन हॉल पहुंची। यहां हमने देखा कि कुछ मजदूर मंच के पास लगे बांस-बल्ली को खोल रहे थे। सीलिंग देखने पर ऐसा नहीं लग रहा था कि इसे तोड़ा या काटा गया है। यह टूटकर गिरा प्रतीत हो रहा था। सीलिंग इस तरह से टूटी है कि दाहिनी ओर से करीब 8 कतार की कुर्सियाें पर मलबा पड़ा था। बांस-बल्ली भी टूटे पड़े थे।
क्या कहते हैं कलाकार
दिनकर कला भवन में सही तरीके से काम नहीं हो रहा है। गनीमत रही कि हादसे के वक्त कोई मजदूर नहीं था अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था। प्रशासन मामले की निष्पक्ष जांच करे। – अमित रौशन, निदेशक, आशीर्वाद रंगमंडल
भ्रष्ट प्रशासन और ठेकेदार इंजीनियर के गठजोड़ के कारण दिनकर भवन की यह हालत हुई है। कलाकारों या दिनकर भवन कमेटी की कोई राय नहीं ली गई। खर्च का प्राक्कलन भी सार्वजनिक नहीं किया गया है। – दीपक सिन्हा, सचिव, जसम
टाउन हॉल में ढंग से नहीं हो रहा है। जीर्णोद्धार के लिए जो रुपए आए हैं उसका बंदरबांट हाे रहा है। प्रशासन अपनी निगरानी में काम कराए और मामले की जांच करे। – चंदन कुमार वत्स, रेपेटरी चीफ, फैक्ट रंगमंडल
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