- कहा- एनडीए सत्तालोलुप वाला जबकि इंडिया विचारधाराओं वाला गठबंधन है
- ईडी, सीबीआइ और इनकम टैक्स के डर से कई नेता चुनाव के दौरान मुखर होकर सामने नहीं आए
बेगूसराय | चुनाव निष्पक्षता में कमी आई है। लोकसभा चुनाव अगर निष्पक्ष तरीके से होता तो निश्चित रूप से केंद्र में भाजपा की सरकार नहीं बनती। भाजपा 200 सीटों पर सिमट जाती। ये बातें बिहार विधान परिषद दल के नेता सह कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. मदन मोहन झा ने परिसदन में एक सवाल के जवाब में कही।
जब उनसे पूछा गया कि राहुल गांधी ने अमेरिका में एक कार्यक्रम में कहा है कि वे लोकसभा चुनाव को स्वतंत्रत चुनाव की तरह नहीं देखते। यह नियंत्रित चुनाव था। इस पर एमएलसी मदन मोहन झा ने कहा कि यह बात सही है। लोकसभा चुनाव के दौरान डर का माहौल था। सीबीआइ, ईडी अैर इनकम टैक्स की कार्रवाई का डर दिखाया गया। इसी कारण कई नेता खुलकर चुनावी मैदान में सामने नहीं आए। उन्होंने एडीएन को सत्तालोलुप गठबंधन बताया जबकि इंडिया को विचारधाराओं वाला गठबंधन कहा।
अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी खुद अपने बूते पर लड़ेगी या फिर गठबंधन के तहत, के सवाल पर कहा कि हमारा गठबंधन पक्का है। हमारे तरफ से कोई विधायक नहीं टूटेगा। एनडीए की तरफ से ही विधायक टूटकर इस ओर आएंगे। चुनाव अभी दूर है। इसलिए सीट शेयरिंग पर अभी फिलहाल कुछ भी कहना संभव नहीं है।
