बेगूसराय | बेगूसराय सदर अस्पताल के एसएनसीयू में भर्ती एक नवजात की रविवार शाम करीब 6 बजे चोरी हो गई। बच्चे का जन्म शनिवार की रात करीब 10 बजे हुआ था। जन्म के बाद स्थिति नाजुक होने के कारण उसे एसएनसीयू में भर्ती कराया गया था। हालांकि सिविल सर्जन और पुलिस की तत्परता से बच्चे को लाखो थाना क्षेत्र के भगवानपुर से रविवार देर रात करीब 11 बजे बरामद कर लिया गया। पुलिस ने इस मामले में SNCU में तैनात महिला गार्ड और खरीदार समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।
आशा कार्यकर्ता ने गर्भवती को भर्ती कराया था
बताया जा रहा है कि मुंगेर जिला के रामनगर सूफियाबाद निवासी करण कुमार की शादी बेगूसराय के लोहियानगर में हुई है। पत्नी नंदनी गर्भवती होने के कारण मायके में थी। शनिवार को प्रसव पीड़ा होने लगी तो आशा कार्यकर्ता के साथ सदर अस्पताल गई थी। यहां रात करीब 10:30 बजे बेटे को जन्म दिया। बच्चे की हालत नाजुक होने के कारण उसे SNCU में भर्ती किया गया।
मां दूध पिलाने पहुंची तो बच्चा गायब था
रविवार रात करीब 8 बजे नंदनी बच्चे को दूधर पिलाने SNCU गई तो बेटा गायब था। उसने बच्चा चोरी होने का शोर मचाया। मामले की जानकारी मिलते ही लोगों की भीड़ जुट गई। सिविल सर्जन भी तुरंत अस्पताल पहुंचे और मामले की जानकारी लेने के बाद घटना की सूचना नगर थाने को दी।
महिला गार्ड और आशा कार्यकर्ता की भूमिका भी संदिग्ध
नगर थानाध्यक्ष शैलेन्द्र कुमार ने बताया कि जब SNCU में तैनात महिला गार्ड से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि एक महिला आई और दूध पिलाने के लिए नंदनी का बच्चा मांगा। उसने बच्चा उसे दे दिया। जब CCTV की जांच की गई तो देखा गया कि महिला बच्चे को नंदनी के पास न ले जाकर अन्य दो महिलाओं के साथ अस्पताल से निकल गई। जब महिला गार्ड से सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने कहा कि बच्चे को बेच दिया गया है।
भगवानपुर के नि:संतान दंपती को बेचा था बच्चा
आरोपी महिला ने लाखो थाना क्षेत्र के भगवानपुर निवासी अजीत कुमार साह के हाथों बच्चा बेचा था। अजीत नि:संतान हैं। वह और उनकी पत्नी बच्चे को गोद लेना चाहते थे। इस बारे में अपने संबंधियों से भी जिक्र किया था। अजीत के कोरिया वासुदेवपुर निवासी संबंधी ने किसी आशा कार्यकर्ता से बात की। इसके बाद उन्होंने 60 हजार में बच्चा खरीदा। पुलिस ने देर रात बच्चे को बरामद करते हुए अजीत की पत्नी और उनके शिक्षक भाई मिथिलेश साह को गिरफ्तार कर लिया।