- कला की अलग-अगल विधाओं में रोजगार के अवसर प्रदान करने को प्रयासरत है सरकार – कला एवं संस्कृति पदाधिकारी
- कलाकारों ने शानदार अभिनय से पटकथा को किया जीवंत
बेगूसराय(साहेबपुर कमाल)। प्रखंड के छर्रापट्टी गांव स्थित छर्रापट्टी नाट्य कला मंच पर मंगलवार को रंग संस्था हुंकार की ओर से लोक गाथा भक्त राजा गोपीचंद नाटक का मंचन किया गया। निर्देशक गजेन्द्र यादव के निर्देशन में कलाकारों ने अपने शानदार अभिनय व पारसियन शैली में जबरदस्त संवाद अदायगी से पटकथा को जीवंत कर दर्शकों का मन मोह लिया। निर्देशक ने अपने शानदार व मर्मस्पर्शी अभिनय से त्याग तपस्या के प्रतिरुप भक्त राजा गोपीचंद की भूमिका को जीवंत करते नजर आये। रानी मैनावती की भूमिका में सत्यनारायण, गुरु गोरखनाथ की भूमिका में नरेश पासवान, राजा शंकर सिंह की भूमिका में उपेन्द्र पासवान, गोपीचंद की पत्नी की भूमिका में इसराफिल, घटवार की भूमिका में परमानंद महतो, कालामृग की भूमिका में भिखारी राम भी अपने अभिनय से नाटक को आगे बढाते नजर आये। संगीत पक्ष संभाल रहे नालवादक राजीव पासवान, नगाड़ा वादक रामप्रवेश राम, हारमोनिय पर गजेन्द्र यादव नाटक के साथ तारतम्य बिठाने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी। इससे पहले मंच का उद्घाटन जिला कला-संस्कृति पदाधिकारी श्याम कुमार सहनी, चित्रकार सीताराम व उपस्थित अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। मौके पर बोलते हुए कला-संस्कृति पदाधिकारी ने कहा कि बिहार सरकार कला व कलाकारों के विकास के लिये कृत संकल्पित है। सरकार राज्य की अलग-अगल कलाओं व विधाओं के संरक्षण व संवर्धन के साथ साथ इससे जुड़े कलाकारों को रोजगार प्रदान करने के लिए विभिन्न योजनाएं चला रही है। इसका लाभ सुदुर ग्रामीण क्षेत्र के कलाकारों को मिले। इसके लिए लोगों में जागरूकता आवश्यक है।
वर्तमान समय में विलुप्त होने के कगार पर हैं लोक कलाएं : सीताराम
चित्रकार सीताराम ने कहा कि वर्तमान समय में लोक कलाएं विलुप्त होने के कगार पर हैं। डीजे संस्कृति के प्रादुर्भाव से ऐसी कलाएं हासिये पर चली जा रही है। जो न केवल मनोरंजन का माध्यम हुआ करता था, बल्कि यह जीविकोपार्जन का माध्यम भी था। हमें इस भावना का त्याग करना चाहिए कि कला रोजगार नहीं देता। आज कला के अलग-अगल आयामों के माध्यम से कलाकार अपनी कला व जीवन दोनों को बुलंदियों पर पहुंचा सकते हैं। मंच का संचालन संस्था के सचिव कृष्णकांत गांधी ने किया। मौके पर राजा रौशन, मुरारी राजा, अनिल यादव, सिंकदर यादव, रणवीर कुमार, उपमुखिया नीलेश कुमार, अजय भारती, मंटुन यादव, ललन कुमार आदि मौजूद थे।