बिहार की जेलों में गुुरुवार को DM और SP के नेतृत्व में एक साथ छापेमारी की गई। बेगूसराय में डीएम तुषार सिंगल और एसपी मनीष कुमार के नेतृत्व में मंडल कारा के कैदी वार्डों की तलाशी ली गई। जेल परिसर और रसोई पाकशाला का भी निरीक्षण किया। इस दौरान किसी भी प्रकार की आपत्तिजनक सामग्री बरामद नहीं हुई। जेल में एक दर्जन से अधिक जिले के कुख्यात अपराधी बंद हैं। छापेमारी के दौरान एसडीओ, डीएसपी सुबोध कुमार आदि भी मौजूद थे। बताते चलें कि राज्य के कारा महानिरीक्षक के कार्यालय से मिली सूचना के आधार पर जेलों में अवैध सामानों की आपूर्ति, मोबाइल फोन, नशीले पदार्थों की आपूर्ति रोकने को लेकर यह छापेमारी की गई।
पूर्णिया सेंट्रल जेल में डीएम-एसपी की मौजूदगी में छापेमारी
पूर्णिया सेंट्रल जेल में भी छापेमारी की गई। इससे कैदियों में हड़कंप मचा रहा। बड़ी संख्या में पुलिस बलों के साथ सर्च ऑपरेशन चलाया गया। पूर्णिया एसपी कार्तिकेय शर्मा के पदस्थापना के बाद सेंट्रल जेल में पहली छापेमारी है. गुरुवार की सुबह करीब 9 बजे छापेमारी शुरू हुई। वहीं लखीसराय के मंडल कारा में एसडीपीओ शिवम कुमार, एसडीएम चंदन कुमार के नेतृत्व में छापेमारी की गई।
छपरा में 4 घंटे चली छापेमारी
कैमूर जिले में भी डीएम और एसपी की मौजूदगी में जेल में छापेमारी की गई। वहीं छपरा मंडल कारा में सुबह से छापेमारी शुरू की गई जो करीब 4 घंटे तक चली। बैरक, शौचालय समेत अन्य जगहों पर जाकर जवानों ने छानबीन की।
हाजीपुर और नवादा में भी हुई छापेमारी
हाजीपुर में डीएम यशपाल मीणा और एसपी हरिकशोर राय के नेतृत्व में जेल में छापेमारी की गई। 100 से अधिक पुलिसबलों के साथ अधिकारी जेल में छापेमारी करने पहुंचे और सभी वार्ड को खंगाला। हालांकि किसी भी तरह का कोई आपत्तिजनक सामान यहां नहीं पाया गया।