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Bhola Paswan shashtri Jayanti : पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय भोला पासवान शास्त्री की जयंती पर अध्यात्म संवाद एवं जीवन दर्शन कार्यक्रम आयोजित

बेगूसराय (बरौनी)| भोपाशारापा अंबेडकर इंटरनेशनल फांडेशन एवं एस.सी.एस.टी. ऑल कम्युनिटी इंटरनेशनल क्लब के संयुक्त तत्वावधान में पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय भोला पासवान शास्त्री की 110वी जयंती समारोह अवसर पर आय॔ समाज मंदिर बारो में आध्यात्म संवाद एवं जीवन दर्शन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। अध्यक्षता करते हुए डॉ सुधीर पासवान ने कहा कि एक कर्तव्यनिष्ठ, ईमानदार एवं काबिलियत रखनेवाले प्रथम दलित मुख्यमंत्री कुशल राजनेता के नाम को साजिश के तहत जमीन में दबा दिया गया। डॉ भीमराव आंबेडकर भी बौद्ध धर्म में प्रवेश कर आध्यात्म को अपनाया। संचालन के कम्र में  साक्षरता सचिव अशोक कुमार ने कहा कि भोला पासवान शास्त्री हमारे आदर्श हैं।  कार्यक्रम का उद्घाटन प्रजापिता ब्रह्माकुमारी विश्वविद्यालय के बरौनी प्रमुख स्वीटी बहन एवं जिला परिषद अध्यक्ष सुरेंद्र पासवान ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया। कार्यक्रम का प्रारंभ कपिलदेव महंथ के साथ संगीतज्ञ केदार पासवान  द्वारा स्वागतगान  एवं देश भक्ति गीतों से हुआ। दीप से दीप जलाते चलो प्रीत की गंगा बहाते चलो प्रस्तुति भाव विभोर किया। सेवानिवृत्त प्रधानाध्यापक बह्रमदेव पासवान विषय प्रवेश कराया। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी प्रमुख स्वीटी दीदी मानव से महामानव बनने का सार बताने के साथ-साथ अच्छी जीवन शैली से उत्तम स्वास्थ्य की कला पर प्रकाश डालते हुए ध्यान, योग , शुद्ध आहार, विचार को जीवन में उतारने का सरल रास्ता बताये। आर्य समाज के आचार्य अरुण प्रकाश वेद के रहस्यों को समझाते हुए उसकी उपयोगिता पर आयुर्वेद एवं आध्यात्म के लाभ को बताने के साथ संस्कारित होने का गुर सिखलाये।
 पूर्व मुख्यमंत्री भोला पासवान शास्त्री में कूट-कूटकर भरा था आध्यात्मिकता एवं ईश्वरवादिता 
जिला परिषद अध्यक्ष सुरेंद्र पासवान ने पूर्व मुख्यमंत्री भोला पासवान शास्त्री के जीवन चरित्र पर विचार रखते हुए बोले कि इनमें आध्यात्मिकता एवं ईश्वरवादिता कूट-कूट कर था, तभी तो केवल बिहार का मुख्यमंत्री ही नहीं बल्कि इनका देश स्तर पर राजनीतिक एवं सामाजिक सरोकार रहा। फिर भी सादगी पूर्ण जीवन जीये और मृत्यु समय तक त्यागी पुरुष बन निर्धन ही रहे। पूनम आजाद की भजनोपदेश पर श्रोता भाव विह्वल हो गये।
कला एवं मनोरंजन अनेक रोग का रोग पूर्व  इलाज : अनिल पतंग 
डॉ राजकुमार आजाद अनैतिकता से दूर रहकर भोला पासवान शास्त्री के राह पर चलने को गर्मजोशी से बल दिये। चर्चित जनप्रतिनिधि धर्मेन्द्र सिंह भोला पासवान शास्त्री के जीवन चरित्र से प्रेरित होने का मार्ग बताये। रंगमंच के निदेशक सह लेखक अनिल पतंग ने कहा कि कला एवं मनोरंजन अनेक रोग का रोग पूर्व  इलाज है। भोला पासवान शास्त्री का सादगी एवं चरित्र काफी प्रशंसनीय है।
 इन लोगों ने विचार व्यक्त किया
विभिन्न जिलों से आए हुए वक्ताओं में पुलिस मित्र के प्रदेश अध्यक्ष सिकंदर पासवान, समस्तीपुर कानू समाज के जिलाध्यक्ष चंद्रशेखर साह ,सहरसा के अनंत पोद्दार, ग्राम रक्षा दल जिला संयोजक किशोर भारती, मुंगेर के रविशंकर शर्मा, सुनिल साह, मुक्तेश्वर सिन्हा, सेवानिवृत्त समाहरणालय अधीक्षक रामसोभीत पासवान, कांग्रेस प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष अधिवक्ता राजदेव पासवान, बरौनी रिफाइनरी के नरेश पासवान, वैश्य जिलाध्यक्ष बुटन साह, आय॔ समाज के मंत्री सुधीर आय॔, संतोष आय॔, गोविन्द आय॔ के अलावे अन्य  वक्ताओं ने भी अपने-अपने विचारों को रखा। आगत अतिथियों को महर्षि दयानंद सरस्वती रचित पुस्तक  सत्यार्थप्रकाश एवं अंग वस्त्र भेंट कर सम्मानित किया गया। धन्यवाद ज्ञापन विश्व हिन्दू परिषद के प्रमोद सिंह ने किया।
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हिमांशु शेखर

17 वर्षों से पत्रकारिता का सफर जारी। प्रिंट मीडिया में दैनिक भास्कर (लुधियाना), अमर उजाला (जम्मू-कश्मीर), राजस्थान पत्रिका (जयपुर), दैनिक जागरण (पानीपत-हिसार) और दैनिक भास्कर (पटना) में डिप्टी न्यूज एडिटर के रूप में कार्य करने के बाद पिछले एक साल से newsvistabih.com के साथ डिजिटल पत्रकारिता।
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