बेगूसराय | बिहार की स्वर कोकिला लोकगीत गायिका पद्मश्री शारदा सिन्हा के पति ब्रजकिशोर सिन्हा (80) का निधन हो गया। उन्होंने पटना के कंकड़बाग स्थित श्री साईं अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ा। उनके बेटे अंशुमान ने बताया कि पिताजी दो दिन पहले घर में ही गिर गए थे। सिर में चोट लगने की वजह से ब्रेन हेमरेज हो गया था। ऑपरेशन सफल रहा, लेकिन बाद में कार्डिक अरेस्ट हो गया। पटना सिटी के गुलबी घाट पर अंतिम संस्कार होगा। ब्रजकिशोर सिन्हा शिक्षा विभग के रिजनल डिप्टी डायरेक्टर (RDD) पद से रिटायर्ड हुए थे। ब्रजकिशोर सिन्हा बेगूसराय के सिहमा गांव के निवासी थे।
शादी की 50वीं वर्षगांठ पर लिखी थीं दिल की बात
पद्मश्री शारदा सिन्हा ने साल 8 मई 2020 को विवाह की 50वीं वर्षगांठ मनाई थी। इस दौरान उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर किया था। जिसमें उन्होंने फिल्म ‘मैंने प्यार किया’ के मशहूर गीत का भी जिक्र किया था। उन्होंने लिखा कि ’कहे तोसे सजना ये तोहरी सजनियां…, पग-पग लिए जाऊं तोहरी बलइयां..’। उन्होंने लिखा था कि ’आप एक स्तंभ बनकर अडिग खड़े रहे, हर कदम आपका साथ मिला। आज आपके साथ बैठकर हर पल को याद करूंगी। जिसमें दांपत्य जीवन के धैर्य, स्नेह, दृढ़ता, सहिष्णुता, प्रीत और युगल भावनाओं की मिसाल मौजूद रही।
चचेरे भाई ने कहा- आर्थिक हालत ठीक नहीं थी, खुद के बूते MA किया, फिर समस्तीपुर में प्राइवेट कॉलेज भी खोला
चचेरे भाई राम उदित सिंह ने बताया कि ब्रज किशोर के घर की आर्थिक हालत ठीक नहीं थी। बीए करने के बाद ब्रज किशोर मुजफ्फरपुर चले गए। वहीं खुद के बूते एमए किया। यहां पढ़ाई के दौरान एक व्यक्ति ने उन्हें छुरा मारकर घायल कर दिया था। बावजूद ब्रज किशोर वहीं रहे। बाद में उन्होंने समस्तीपुर में एक प्राइवेट कॉलेज खोला। खुद प्राचार्य रहे। बाद में किसी कारण से उसे बंद कर दिया। इसी दौरान सुपौल के सुखदेव ठाकुर (RDD) सिहमा पहुंचे। तपती दुपहरिया में गांव आए थे। ब्रज किशोर के पिता श्रीराम सिंह उत्तरी सिहमा के सरपंच थे, लेकिन घर फूस का था। सुखदेव ठाकुर ने कहा कि वे बेटी की शादी ब्रज किशोर से करना चाहते हैं। श्रीराम सिंह ने कहा कि मैं आर्थिक रूप से कमजोर हूं, घर फूस का है। आपकी बेटी यहां कैसे रह सकेगी। इस पर सुखेदव ठाकुर ने कहा कि मुझसे इससे कोई दिक्कत नहीं है। बस इतना चाहता हूं कि होने वाला दामाद बेटी का साथ दे। श्रीराम सिंह ने कहा-ठीक है। फिर ब्रज किशोर की शादी समस्तीपुर स्थित एक बीएड कॉलेज में शारदा सिन्हा से हुई।
सांसद राजो सिंह के कोपभाजन का शिकार होना पड़ा था
रिश्ते में लगने वाले भतीजे लीला नन्द सिंह ने बताया कि ब्रज किशोर सिन्हा तीन भाइयों में सबसे बड़े थे। ब्रज किशोर सिन्हा जब मुंगेर के बीईओ थे तो उस समय सांसद राजो सिंह थे। वे किसी काम से मुंगेर गए थे। ब्रज किशोर सिन्हा ने उनका पैर नहीं छुआ तो राजो सिंह बिगड़ गए और उन्हें सस्पेंड करा दिया। बाद में जयप्रकाश यादव ने ब्रज किशोर सिन्हा की मदद की और उनका सस्पेंशन खत्म करवाया।
किस्मत अच्छी रही कि मेरी तरह ही पति को भी संगीत पसंद था
शारदा सिन्हा को आगे बढ़ाने में पति स्व. ब्रजकिशोर सिन्हा की अहम भूमिका रही। शारदा सिन्हा ने एक इंटरव्यू में कहा था कि मेरे तरह उन्हें भी गीत पसंद है। शादी के बाद जब सुसराल में भजन-कीर्तन होता था तो पति काफी मदद करते थे। सासु मां हमेशा कहती थी कि घर में भजन-कीर्तन करना ठीक है, लेकिन बाहर नहीं। ऐसे में पति ने काफी सहयोग किया था। शारदा बताती हैं कि घर में बेटा अंशुमन, बेटी वंदना और पति सभी एक-दूसरे का दोस्त बनकर रहते थे।
शारदा सिन्हा के मौत की अफवाह कई बार उड़ी
बताते चलें कि शारदा सिन्हा के मौत की अफवाह भी कई बार उड़ी। हर उन्होंने इसका खंडन किया। कोरोना काल से लेकर अब तक शारदा सिन्हा के बारे में करीब 4 से 5 बार मौत की खबर उड़ी।