पश्चिम बंगाल/एजेंसी | पश्चिम बंगाल के बीरभूम के वादुलिया कोयला खदान में सोमवार सुबह भयंकर विस्फोट हुआ। विस्फोट की चपेट में आने से जहां 6 मजदूरों की मौत हो गई वहीं कई अन्य गंभीर रूप से जख्मी हो गए। जख्मियों को सिउड़ी सदर अस्पताल में भर्ती किया गया है।
दूसरी ओर, राज्य सरकार ने मृतक के परिजनों को 30 लाख रुपए और घायलों को 2 लाख रुपए मुआवजा देने की घोषणा की है। इसके साथ ही मृतक के परिवार के एक सदस्य को नौकरी भी मिलेगी। इस संबंध में पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव मनोज कुमार पंत ने कहा, 6 शव बरामद किए गए हैं। एक गंभीर रूप से घायल है और 2 खतरे से बाहर हैं।
#WATCH | Six people died in Gangaramchak coal mine blast in West Bengal’s Birbhum district when a truck with a detonator came to the colliery for unloading. The detonator exploded in the process. pic.twitter.com/6q79tBBGRO
— ANI (@ANI) October 7, 2024
लापरवाही : खदान में काम कर रहे मजदूरों पर किसी ने ध्यान नहीं दिया
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि सोमवार सुबह गंगारामचक कोयला खदान से कोयला निकालने के लिए विस्फोट किया गया था। लेकिन अंदर काम करने वाले मजदूरों पर किसी का ध्यान नहीं गया। मजदूर ही फंसे रह गए। बाद में वहां से 6 मजदूरों के शव निकाले गए। इलाके में काफी तनाव है। इसी के मद्देनजर यहां भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है।
विस्फोट इतना भयावह… 500 फीट हवा में उड़े शव के चिथड़े
विस्फोट इतना खतरनाक थ कि शव के चिथड़े 500-700 फीट दूर हवा में उड़ते हुए गिर रहे थे। प्रारंभिक जांच में पता चला कि ट्रक से कोयला खदान के लिए विस्फोटक उतारने के दौरान यह घटना घटी।
#WATCH | Rana Mukherjee, Bolpur ASP says “After the explosion in the mining area, we reached here and found 6 bodies, three people were injured who are undergoing treatment in the hospital and the West Bengal government has announced to give jobs to the families. The company will… https://t.co/pq8GNpZrxJ pic.twitter.com/8gxuLt0cYM
— ANI (@ANI) October 7, 2024
बीरभूम के डीएम से मांगी गई रिपोर्ट
कोयला खदान में विस्फोट में 6 श्रमिकों की मौत के बाद घटना पर जिले से डीएम विधान राय से राज्य सचिवालय नबान्न ने अविलंब रिपोर्ट मांगी है। यह पश्चिम बंगाल पावर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन की कोयला खदान है। सरकारी कोयला खदान में इतनी बड़ी घटना कैसे हुई, इसके बारे में स्पष्टीकरण देने को कहा गया है। राज्य के मुख्य सचिव ने भी डीएम से फोन पर घटना की जानकारी ली।
इससे पहले भी हो चुके हादसे
यह पहला मामला नहीं है जब बीरभूम के खदानों में हादसे हुए हैं। इससे पहले नलहाटी थाना क्षेत्र स्थित एक पत्थर खदान में धंसान के कारण 3 श्रमिकों की मौत हो गई थी।