- पांचवां दिन क्रिकेट को लेकर के दर्शकों में काफी उत्साह
बेगूसराय। लखीसराय ने टॉस जीत कर बैटिंग करने का निर्णय लिया। पहले खेलते हुए लखीसराय ने 15 ओवर में 9 विकेट खोकर 80 रन बनाए। सुशांत ने अपनी टीम के लिए सर्वाधिक 34 रन बनाए और आयुष रंजन ने 18 रन बनाए। मुंगेर की ओर से रियान और बंसल ने दो-दो विकेट लिए। जवाब में खेलने उतरी मुंगेर की टीम 12 ओवर में 6 विकेट खोकर जीत दर्ज कर लिया। मुंगेर के निहाल को मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार दिया गया। निहाल ने अपनी टीम के लिए 22 गेंद में 34 रन बनाए और एक विकेट भी लिया।
कैमूर की टीम ने सीतामढ़ी को हराया
दूसरे मैच में कैमूर ने टॉस जीतकर सीतामढ़ी को बैटिंग के लिए आमंत्रित किया और सीतामढ़ी की टीम ने 15 ओवर में आठ विकेट खोकर 98 रन बनाया। सीतामढ़ी की ओर से चितरंजन ने 24 गेंद में 26 रन बनाए। तात्यानंद ने टीम के लिए 17 रन बनाए। कैमूर की ओर से विशाल कुमार ने 32 रन देखकर चार विकेट लिए। जवाब में खेलने उतरी कैमूर की टीम ने 14 .2 ओवर में चार विकेट खोकर के 102 रन बनाए और 6 विकेट से मुकाबला जीत लिया। कैमूर के खिलाड़ी विशाल को शानदार गेंदबाजी के लिए मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार जिले के जाने-माने कवि प्रफुल्ल मिश्रा के हाथों से मिला। बताते चलें कि बिहार राज्य खेल प्राधिकरण एवं खेल विभाग बिहार सरकार तथा जिला प्रशासन बेगूसराय के संयुक्त तत्वावधन में आयोजित राज्य स्तरीय विद्यालय क्रिकेट बालक (अंडर -17) खेल प्रतियोगिता 2024 – 25 का आयोजन बेगूसराय में हो रहा है।
औरंगाबाद ने 59 रन से मैच जीत लिया
वहीं रिफाइनरी स्टेडियम में तीसरा मैच रोहतास और औरंगाबाद के बीच हुआ। टॉस जीत कर रोहतास ने औरंगाबाद को बैटिंग के लिए आमंत्रित किया। औरंगाबाद की टीम ने 15 ओवर में पांच विकेट खोकर 147 रन बनाया । विकास ने 32 जबकि अंकित ने टीम के लिए 31 रन बनाए। रोहतास की ओर से वीरू ने सर्वाधिक तीन विकेट लिए।147 के जवाब में खेलने उतरी रोहतास की टीम 10 ओवर में 88 रन पर ऑल आउट हो गई और औरंगाबाद ने 59 रन से मैच जीत लिया। औरंगाबाद के नंदन और सौरभ में टीम के लिए चार विकेट झटका।औरंगाबाद के नंदन को शानदार गेंदबाजी के लिए मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार दिया गया।
खगड़िया ने मुजफ्फरपुर को दो रन से हराया
चौथा मैच खगड़िया और मुजफ्फरपुर के बीच खेला गया। मुजफ्फरपुर ने टॉस जीता और पहले क्षेत्ररक्षण करने का निर्णय लिया। बैटिंग के लिए उतरी खगड़िया की टीम ने 15 ओवर में सात विकेट खोकर 127 रन बनाया। उत्कर्ष आनंद ने 34 और विनायक ने टीम के लिए 32 रन का योगदान दिया। मुजफ्फरपुर की ओर से आतिफ और आर्यन ने टीम के लिए दो-दो विकेट लिए।127 के जवाब में खेलने उतरी मुजफ्फरपुर की टीम 15 ओवर में 6 विकेट खोकर 125 रन ही बन पाई। खगड़िया ने दो रन से मैच जीत लिया।मुजफ्फरपुर की ओर से कृष्ण मुरारी ने 32 और राजवीर ने 31 रन बनाए। तीन विकेट लेने वाले शानदार बॉलिंग के लिए मुजफ्फरपुर के अमन को मैन ऑफ द मैच दिया गया।
गया की टीम ने नालंदा को हराया
पांचवां मैच गया और नालंदा के बीच खेला गया। गया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 15 ओवर में पांच विकेट होकर 154 रन बनाएं। प्रीतम ने 8 चौके और 5 छक्के की मदद से सर्वाधिक 78 रन बनाए और अभिषेक ने 4 चौके की मदद से 41 रन बनाएं। नालंदा की ओर से तेज प्रताप और विनीत ने दो-दो विकेट लिए। बाद में खेलने उतरी नालंदा की टीम 10 ओवर में 54 रन पर ऑल आउट हो गई। अक्षत ने टीम के लिए सर्वाधिक 19 का स्कोर किया। अमन ने गया की ओर से सर्वाधिक तीन विकेट लिए। गया ने 100 रन से मैच जीत लिया।
अरवल की टीम ने मधेपुरा को हराया
छठे मैच में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए अरवल की टीम ने 8 विकेट के नुकसान पर 104 रन बनाया। रनों का पीछा करने उतरी मधेपुरा की टीम 49 रन बनाकर ऑल आउट हो गई। इस तरह अरवल की टीम 55 रन से मैच विजयी हुई। इस मैच का मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार उत्सव को दिया गया।
पहली बार हो रहा टर्फ विकेट पर क्रिकेट टूर्नामेंट
बेगूसराय के गांधी स्टेडियम में मैच को लेकर दर्शकों में काफी उत्साह देखा गया। अच्छी खासी संख्या में दर्शक गांधी स्टेडियम पहुंचे थे। ठंड के मौसम में क्रिकेट मैच का आनंद उठाकर भरपूर मनोरंजन उठाते दिखे लोग। पहली बार टर्फ विकेट पर क्रिकेट टूर्नामेंट हो रहा है। 4 दिसंबर तक यह क्रिकेट टूर्नामेंट चलेगा। पूरे बिहार की 38 जिले की टीम भाग ले रही है। गांधी स्टेडियम बेगूसराय और रिफाइनरी के दो स्टेडियम में एक दिन में एक साथ 6 मैच हो रहा है। निर्णायक के रूप में सन्नी कुमार ( पटना) और सुभीत कुमार सिंह (समस्तीपुर) ने अपनी भूमिका निभाई। दोनों ही निर्णायक बीसीए पैनल ए ग्रेड के निर्णायक हैं। उद्घोषक के रूप में शिक्षक गौरव कुमार पाठक और जाने माने कवि प्रफुल्ल मिश्रा ने शानदार कमेंट्री से दर्शकों का खूब मनोरंजन किया।
आयोजन में इन लोगों की भूमिका रही सराहनीय
इस टूर्नामेंट के आयोजन में शारीरिक शिक्षक विश्वजीत कुमार, अरविंद कुमार, ब्रजेश, दीपक, चिरंजीवी, शशिकांत, शुभम, रितेश, मणिकांत आदि की भूमिका काफी सराहनीय रही है ।
