- अमित शाह को अंबेडकर को लेकर दिये बयान के लिए तत्काल देश से माफी मांगनी होगी : अनिल अंजान
बेगूसराय। गृहमंत्री अमित शाह ने बाबा साहब अंबेडकर का संसद में खड़े होकर अपमान किया है। शाह का संसद में बयान उसके संघी मानसिकता को प्रदर्शित करता है। राम ने जिस निषाद और शबरी को गले लगाया था अंबेडकर ने उसी दलित, पिछड़ों को संविधान के जरिये मुक्ति दिलाने का काम किया है। मोदी-शाह ने तो मंदिर निर्माण में भी घोटाला करके राम को ठगने का काम किया है। अमित शाह को अंबेडकर को लेकर दिये बयान के लिए तत्काल देश से माफी मांगनी होगी। भाकपा उसके संविधान विरोधी मानसिकता को आम लोगों के बीच पर्दाफाश करेगी। उपर्युक्त बातें बेगूसराय भाकपा राज्य परिषद् सदस्य अनिल कुमार अंजान ने अमित शाह द्वारा बाबा साहब अंबेडकर को लेकर किये संसद में टिप्पणी के खिलाफ आयोजित प्रतिरोध मार्च एवं सभा को संबोधित करते हुए कहा।
अंबेडकर एक व्यक्ति नहीं देश की आत्मा हैं : अभिनव अकेला
एआईवाईएफ प्रदेश उपाध्यक्ष अभिनव कुमार अकेला ने कहा कि अंबेडकर समता, स्वतंत्रता एवं सामाजिक क्रांति के प्रतिनिधि प्रतीक हैं। समाज के दलित, पिछड़े, अल्पसंख्यक, महिलाओं की मुक्ति के लिए बाबा साहब अंबेडकर के बनाये गये संविधान से संघ भाजपा को हमेशा चिढ़ होती है। वे आरक्षण खत्म करने के लगातार कोशिश कर रहे हैं। इसे बर्दाश्त नहीं किया जायगा। अमित शाह को तत्काल बर्खास्त किये जाने की मांग को लेकर हम सड़क पर उतरे हैं। अंबेडकर एक व्यक्ति नहीं देश की आत्मा हैं। संसद में अंबेडकर को लेकर गृह मंत्री अमित शाह द्वारा किये गये टिप्पणी के खिलाफ बेगूसराय भाकपा द्वारा शहर में प्रतिरोध मार्च निकाला गया। प्रतिरोध मार्च जुलूस की शक्ल में शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए नारेबाजी करते कैंटीन चौराहा पर पहुंच कर सभा में तब्दील हो गया।
बाबा साहब अंबेडकर का अपमान करने वाले के खिलाफ संघर्ष जारी रहेगा
बेगूसराय नगर वार्ड पार्षद शगुफ्ता ताजवर एवं नौजवान संघ सह सचिव शंभू देवा ने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह संसद में खड़े होकर बाबा साहब अंबेडकर का अपमान कर रहे हैं। इसके खिलाफ हम अपना संघर्ष जारी रखेंगे।
प्रतिरोध मार्च में ये लोग हुए शामिल
प्रतिरोध मार्च एवं सभा में रौशन पासवान, जवाहर शर्मा, रामशंकर ठाकुर, पवन शर्मा, दशरथ पासवान, पशुपति रजक, शिवम कुमार, महबूब आलम, मुकेश कुमार, वकील दास आदि शामिल होकर मोदी शाह के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे थे।