बेगूसराय (बलिया) | कांग्रेस की पूर्व नगर विधायक अमिता भूषण ने कहा कि बलिया अनुमंडल के कसबा गांव में चार-पांच दिन पहले एक नाबालिग बच्ची से दुष्कर्म हुआ था। इस मामले में अब तक न तो सरकार के नुमाइंदे ने और न ही मानवाधिकार आयोग या फिर महिला आयोग की टीम पीड़िता के परिजनों से मिली है। अमिता भूषण ने बच्ची और उसके परिवार वालों से मुलाकात करने के बाद घटना पर रोष जाहिर किया है। उन्होंने घटना को अत्यंत निंदनीय और समाज को कलंकित करने वाला बताया।
कांग्रेस नेत्री अमिता भूषण ने सरकार के सवाल करते हुए पूछा कि क्या सरकार या उसके नुमाइंदे में इतनी भी शर्म नहीं कि अपनी संवेदना व्यक्त कर सके। चुप्पी बताती है कि सरकार सिर्फ दिखावे का चल रही है। उसे न तो राज्य में बढ़ते अपराध की चिंता है और न ही मानवीय संवेदनाओं की।
स्पीडी ट्रायल कर दोषी को सजा मिले
कांग्रेस नेत्री ने कहा कि गिरफ्तार अपराधियों को पोक्सो एक्ट के तहत स्पीडी ट्रायल चलाकर कड़ी से कड़ी सजा दी जानी चाहिए। इसके लिए हम सबको मुखर होना होगा। सरकारी उदासीनता से लोगों में नाराजगी है। बावजूद लोगों को प्रशासन और न्यायालय से उम्मीद है। स्थानीय लोगों का संयम काफी सराहनीय है। सरकार ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया तो कांग्रेस पार्टी आंदोलन करेगी और सड़क पर उतरने को बाध्य होगी। बच्ची के परिजनों से मुलाकात के दौरान कांग्रेस नेत्री अमिता भूषण के साथ बलिया पूर्व प्रखंड अध्यक्ष हारून रशीद, बलिया नगर अध्यक्ष तारिक उर्फ पप्पू, छोटे, ताहिर, अख्तर हुसैन, कुमार रत्नेश टुल्लू आदि मौजूद थे।
