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Education : भारतीय संस्कृति ही ऐसी जिसका दृष्टिकोण सार्वभौमिक है : राज्यपाल

राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने शनिवार को बेगूसराय में वर्ल्डव्यू एकेडमी का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति ही ऐसी है जिसका दृष्टिकोण सार्वभौमिक है।

बेगूसराय | भारतीय संस्कृति ही दुनिया में ऐसी संस्कृति है जिसका सार्वभौमिक दृष्टिकोण है। हमारी संस्कृति में इंसानों की खाल का रंग क्या है, वह किस भाषा में बोलता है। पुरुष है या स्त्री, यह नहीं देखता। भारत प्राचीन संस्कृति है और किसी भी संस्कृति की आलोचना नहीं करनी चाहिए। ये बातें राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने शनिवार को बेगूसराय के मोहनपुर स्थित वर्ल्डव्यू एकेडमी स्कूल के उद्घाटन समारोह में कही।


इससे पहले राज्यपाल हेलीकॉप्टर से आइटीआइ मैदान बेगूसराय पहुंचे। इसके बाद कार से मोहनपुर स्थित वर्ल्डव्यू एकेडमी पहुंचे। यहां उन्होंने फीता काटकर स्कूल का उद्घाटन किया। इसके बाद रूद्राक्ष का पौधारोपण कर विद्यालय का निरीक्षण किया। उनके साथ ग्रामीण कार्य मंत्री डाॅ. अशोक चौधरी, लनामिवि दरभंगा के कुलपति प्रो. संजय चौधरी, विद्यालय के संचालक नवनीत कुमार, विंग कमांडर (सेवानिवृत्त) रंजीत कुमार आदि माैजूद थे।

बंधनों से जो मुक्त करे वो शिक्षा है : राज्यपाल ने कहा कि हमारे यहां विद्या का यह महत्व है कि जो विद्याविहीन है उसे हमारी संस्कृति इंसान भी मानने को तैयार नहीं है। जिन बंधनों में बंधकर बच्चा पैदा होता है, इंसान पैदा होता है उन बंधनों से जो मुक्त करे वो शिक्षा है। जो बंधनों से मुक्त कर दे वो विद्या है। उन्होंने कहा कि शिक्षा ग्रहण करना, दूसरा जन्म लेना होता है। जब हम शिक्षा प्राप्त करने के लिए किसी भी विद्यालय में जाते हैं और वहां से अर्जित शिक्षा अगर हमारे सोचने के तरीके को नहीं बदलती है तो उस शिक्षा का बहुत असर नहीं हुआ माना जाएगा।

धर्म का मतलब अपने कर्तव्य का बोध कराना : राज्यपाल ने कहा कि हमारी संस्कृति में धर्म का मतलब अपने कर्तव्य का बोध कराना है। दुनिया के कई देशों में लोग कहते हैं कि हम गोरे रंग के हैं इसलिए दूसरों से श्रेष्ठ हैं, हम दूसरी भाषा बोलते हैं इसलिए श्रेष्ठ हैं या हमारा पूजा करने का तरीका अलग है इसलिए श्रेष्ठ हैं। भारत की संस्कृति इस श्रेष्ठता का दावा नहीं करती है।

युवाओं को सांस्कृतिक मूल्यों का बोध कराना जरूरी : युवाओं में भटकाव के सवाल पर राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि इसके लिए पहले मां-बाप की जिम्मेदारी है। लेकिन सबसे पहले सरकार की भी जिम्मेदारी और समाज की भी जिम्मेदारी है। अगर हम उन्हें थोड़ा अपनी सांस्कृतिक मूल्यों का बोध कराएंगे तो 100% सुधार होगा। हमारी संस्कृति ऐसी है जो अपने से ज्यादा दूसरों का ख्याल करने पर जोर देती है।

लनामिवि के वीसी ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया : कार्यक्रम को ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. संजय चौधरी ने भी संबोधित किया। अतिथियों का स्वागत विद्यालय के संचालक नवनीत कुमार ने किया। मंच संचालन माध्यमिक शिक्षक संघ के राज्य उपाध्यक्ष डॉ. सुरेश प्रसाद राय ने जबकि धन्यवाद ज्ञापन वर्ल्डव्यू एकेडमी की सचिव मोनिका सिंह ने किया। इस अवसर पर चेरिया बरियारपुर के विधायक राजवंशी महतो, बखरी विधायक सूर्यकांत पासवान, डीएम तुषार सिंगला, एसपी मनीष कुमार, भाजपा जिलाध्यक्ष राजीव वर्मा, जदयू जिलाध्यक्ष रूदल राय, मेयर पिंकी देवी, पूर्व एमएलसी रजनीश कुमार आदि मौजूद थे।

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हिमांशु शेखर

17 वर्षों से पत्रकारिता का सफर जारी। प्रिंट मीडिया में दैनिक भास्कर (लुधियाना), अमर उजाला (जम्मू-कश्मीर), राजस्थान पत्रिका (जयपुर), दैनिक जागरण (पानीपत-हिसार) और दैनिक भास्कर (पटना) में डिप्टी न्यूज एडिटर के रूप में कार्य करने के बाद पिछले एक साल से newsvistabih.com के साथ डिजिटल पत्रकारिता।
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