- मुचकुंद मोनू की चौथी पुण्यतिथि पर दिनकर पुस्तकालय, सिमरिया में श्रद्धांजलि सभा आयोजित
बेगूसराय। दिनकर पुस्तकालय एवं दिनकर स्मृति विकास समिति सिमरिया के संयुक्त तत्वावधान में मुचकुंद वाचनालय में शनिवार को पुस्तकालय सह समिति के पूर्व सचिव व सांस्कृतिक चेतना के अग्रदूत मुचकुंद मोनू की चौथी पुण्यतिथि मनाई गई। इस अवसर पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा की अध्यक्षता स्मृति विकास समिति के अध्यक्ष कृष्ण कुमार शर्मा एवं संचालन वरीय सदस्य राजेश कुमार सिंह ने किया। श्रद्धांजलि देते हुए जनवादी लेखक संघ के राज्य सचिव विनीताभ ने कहा कि जब हमारे बीच के लोग हमारे साथ नहीं होते हैं तो उनका मूल्यांकन करने पर पता चतला है कि उनकी क्या अहमियत होती है। उन्होंने कहा कि मुचकुंद मोनू केवल सिमरिया ही नहीं बल्कि जिले के विभिन्न साहित्यिक व सांस्कृति संगठनों में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। दिनकर पुस्तकालय और दिनकर जयंती को राष्ट्रीय फलक पर ले जाने में मुचकुंद मोनू की भूमिका अविस्मरणीय है। सामाजिक कार्यकर्ता कमल वत्स ने कहा कि मोनू की सच्ची श्रद्धांजलि उनके बताए रास्ते पर चलना ही होगा। वरिष्ठ पत्रकार प्रवीण प्रियदर्शी ने कहा कि मुचकुंद मोनू ने पुस्तकालय एवं गांव के विकास के लिए अपना कीमती वक्त दिया। हमसबों को मोनू के सपने को पूरा करने के लिए मोनू से सीखने की जरूरत है। पुस्तकालय का विकास ही मोनू के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
मोनू के अधूरे सपने को पूरा करने के लिए कृतसंकल्पित है पुस्तकालय परिवार
दिनकर पुस्तकालय के अध्यक्ष विश्वंभर सिंह ने कहा कि हमसब मोनू के अधूरे सपने को पूरा करने के लिए कृतसंकल्पित हैं। राजेन्द्र राय नेताजी ने कहा कि मोनू सिमरिया के लिए बहुत काम किया था। उसे हम कभी भुला नहीं सकते। दिनकर पुस्तकालय के सचिव संजीव फिरोज ने कहा कि हमें मोनू से सीख लेते हुए आगे बढ़ना है। पुस्तकालय के विकास के लिए हमसबों को आगे बढ़ते रहना चाहिए। पुस्तकालय विकास की ओर अग्रसर है।
इन लोगों ने दी श्रद्धांजलि
मौके पर स्मृति विकास समिति के सचिव प्रदीप कुमार, कोषाध्यक्ष रामनाथ सिंह, लक्ष्मणदेव कुमार, अमरदीप सुमन, मुखिया प्रतिनिधि डॉ. गोपाल कुमार, अजीत कुमार, विशुदेव सिंह, टिंकू मल्लिक समेत अनेक गणमान्य ग्रामीणों ने मुचकुंद मोनू के तैल्य चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
