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FIR सिर्फ पत्रकारों पर नहीं, पत्रकारिता पर सीधा हमला है

स्वतंत्र पत्रकार अजीत अंजुम और इसी वर्ष जनवरी में बेगूसराय के पांच पत्रकारों के ऊपर दर्ज मुकदमे के विरोध में जिला पत्रकार संघ ने प्रतिरोध मार्च निकाला।
  • जिले में पत्रकारों पर हो रहे एफआइआर के विरोध में प्रतिरोध मार्च

बेगूसराय | स्वतंत्र वरिष्ठ पत्रकार अजीत अंजुम और इसी वर्ष जनवरी में बेगूसराय के पांच पत्रकारों के ऊपर दर्ज मुकदमे के विरोध में जिला पत्रकार संघ ने शुक्रवार को प्रतिरोध मार्च निकाला। प्रतिरोध मार्च का नेतृत्व संघ के अध्यक्ष विनोद कर्ण और महासचिव सौरभ कुमार ने किया। प्रतिरोध मार्च आइएमए हॉल से शुरू होकर विभिन्न स्थानों से गुजरता हुआ हड़ताली चौक पर समाप्त हुआ। यहां संघ के अध्यक्ष विनोद कर्ण ने कहा कि पत्रकारों के खिलाफ दर्ज की गई एफआइआर की कड़ी निंदा करते हैं और मांग करते हैं कि एफआइआर को तत्काल वापस लिया जाए। उन्होंने कहा कि यह एफआइआर सिर्फ एक पत्रकार पर हमला नहीं है, बल्कि स्वतंत्र पत्रकारिता और जनता के सच जानने के अधिकार पर सीधा हमला है।

पत्रकारों को भी डराने-धमकारने का प्रयास : अग्नि शेखर
वरिष्ठ पत्रकार अग्नि शेखर ने कहा कि बेगूसराय में चल रही SIR (मतदाता विशेष गहन पुनरक्षण) प्रक्रिया की रिपोर्टिंग के दौरान, अजीत अंजुम एसआइआर से जुड़ी सच्चाई सामने लाने की कोशिश कर रहे थे। लेकिन सच और ग्राउंड रिपोर्टिंग करने वाले पत्रकारों पर एफआइआर दर्ज कर अन्य पत्रकार/ स्वतंत्र पत्रकारों को भी डराने-धमकारने का प्रयास किया जा रहा है। यह मीडिया के साथ मजाक है।
एफआइआर दर्ज करने का काेई ठोस आधार नहीं : अशांत भोला
वरिष्ठ पत्रकार अशांत भोला ने कहा कि बेगूसराय जिला प्रशासन ने एफआइआर से पहले प्रेस विज्ञप्ति जारी कर अंजुम की रिपोर्टिंग को भ्रामक बताया था। इन आरोपों में न तो कोई विश्वसनीयता है, न ही एफआइआर दर्ज करने का कोई ठोस आधार। प्रशासन को चाहिए कि पत्रकारों को सही और सटीक जानकारी दे या फिर जब पत्रकार खुद मेहनत से तथ्य निकालें तो उन्हें डराने की बजाय उनकी बातों को गंभीरता से सुना जाए।
आश्वासन के बावजूद अब तक कार्रवाई नहीं : सौरभ कुमार
संघ के महासचिव सौरभ कुमार ने कहा कि इसी वर्ष 18 जनवरी को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रगति यात्रा के क्रम में मटिहानी आए थे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने जो कुछ कहा उस खबर को चलाने वाले पांच पत्रकारों पर मटिहानी के बीडीओ ने धारा: 356 (3) / 79 बीएनएस और 66 (C) / 67 आईटी एक्ट के तहत केस दर्ज करा दिया। इस मामले में भी जिलाधिकारी ने आश्वासन दिया था कि केस वापस ले लिया जाएगा, लेकिन अभी तक इस दिशा में कोई उचित कार्रवाई नहीं हुई है।

सच बाेलने वालों के साथ खड़ा है संघ
पत्रकार प्रशांत कुमार, हरेराम दास, सुमित वत्स, विजय कुमार झा, सुमित कुमार सिंह, मनीष कुमार, रिमझिम कुमारी, अरुण चंद्र झा, हरेराम सिंह, संजीत श्रीवास्तव आदि ने कहा कि संगठन अजीत अंजुम के साथ साथ हर उस पत्रकार के साथ खड़ा है जो सच बोलने का साहस रखता है। जिला पत्रकार संघ, बेगूसराय से जुड़े तमाम पत्रकार साथियों की मांग है कि प्रशासन अविलंब अजीत अंजुम और बेगूसराय के पांच पत्रकार साथियों पर दर्ज केस को वापस ले।

प्रदर्शन में ये पत्रकार थे शामिल
प्रतिरोध मार्च में वरिष्ठ पत्रकार रितेश वर्मा, प्रवीण प्रियदर्शी, कुमार भवेश, एसएन सुमन, संजय कुमार सिन्हा, संतोष श्रीवास्तव, सुधांशु, नवीन मिश्रा, शकील अहमद वेग, अमित कुमार, देवेन्द्र कुमार, शंभू प्रसाद चौधरी, गोविन्द कुमार, चंदन कुमार, मो. फरोग उर रहमान, अवधेश सिंह, कन्हैया कुमार, कन्हैया पासवान, साकेत कुमार, अमित कुमार, संजय कुमार, इंतेशार आलम, सुमन भारद्वाज समेत अन्य पत्रकार भी शामिल थे।

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