बेगूसराय | दिनकर कला भवन ( टाउन हॉल) में CPI (M) के जिला स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन में पार्टी पोलित ब्यूरो सदस्य अशोक ढावले ने कहा कि सबसे पहले पार्टी को अपनी स्वतंत्र ताकत बढ़ानी होगी, जनता से नजदीकी संबंध स्थापित करने होंगे। बिहार में चुनाव का शंखनाद हो चुका है। 100 दिन से भी कम का समय बचा है। किसी भी हालत में RSS, BJP एवं उनके गठबंधन NDA को हराना होगा। हमें सीताराम येचुरी के सपने को साकार करते हुए इंडिया गठबंधन के सभी उम्मीदवारों को जिताने में अपनी एकताबद्ध भूमिका निभानी होगी। अभी हमारा सबसे महत्वपूर्ण काम यही है।
पार्टी के बिहार राज्य सचिव ने मटिहानी विधानसभा क्षेत्र से माकपा के चुनाव लड़ने की घोषणा करते हुए कहा कि इधर-उधर की बातों पर नहीं जाएं। पार्टी बिहार राज्य कमेटी आपको आश्वस्त करती है कि मटिहानी से माकपा हर हालत में चुनाव लड़ेगी। कहा कि बेगूसराय की सातों विधानसभा क्षेत्र से महागठबंधन के उम्मीदवार को पूरी मुस्तैदी से एकताबद्ध होकर जिताएंगे।

समाज को बांटकर सत्ता में बनी रहना चाहती है भाजपा
अशोक ढावले ने कहा कि भाजपा सामाजिक सौहार्द और शांति को भंग कर हिन्दू-मुसलमान के आधार पर समाज को बांटकर सत्ता में बनी रहना चाहती है। आरएसएस की पुरानी नीति है कि सत्ता में अमीरों, ब्राह्मणों और कुछ बड़ी जातियों के लोग का ही कब्जा रहे। चुनाव आयोग के जरिए भाजपा और एनडीए चाहती है िक सरकार चुनने में अल्पसंख्यकों, गरीबों, दलितों व मजदूरों की भागीदारी कम की जाए। इसी कारण आज लाखों मतदाता को वह गहन मतदाता पुनरीक्षण के जरिए जनतांत्रिक प्रक्रिया से दूर कर देना चाहती है। उन्होंने कहा कि बिहार गौतम बुद्ध, सहजानंद सरस्वती की विरासत की धरती ।है यह जनतांत्रिक विरासत की धरती है। निश्चित तौर पर इस बार बिहार की जनता नीतीश कुमार की NDA सरकार को हराकर महागठबंधन की धर्मनिरपेक्ष जनतांत्रिक सरकार बनाएगी।

बिहार में जनतंत्र को बचाने के लिए संगठित होना होगा
पार्टी केन्द्रीय कमेटी सदस्य अवधेश कुमार ने कहा कि हमें बिहार में जनतंत्र को बचाने के लिए संगठित आंदोलन करना होगा और महागठबंधन के दलों एवं कार्यकर्ताओं से एकता भी बनानी होगी। हमें किसानों की फसल क्षतिपूर्ति, न्यूनतम समर्थन मूल्य, गरीबों के लिए वास-पुनर्वास के संघर्ष को तेज करते हुए अपनी पहचान बरकरार रखनी होगी।
सातों विधानसभा क्षेत्र में महागठबंधन की जीत होगी
अध्यक्षीय संबोधन में पार्टी राज्य सचिव मंडल सदस्य सह बेगूसराय के पूर्व विधायक राजेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि इस बार बेगूसराय जिला के सातों विधानसभा क्षेत्र से महागठबंधन के प्रत्याशी की जीत अवश्य होगी। कार्यकर्ताओं से आह्वान करते हुए कहा कि आज से वो अपने-अपने गावों में, मुहल्ले में, शहरों में महागठबंधन की जीत के लिए हर संभव प्रयास शुरू कर दें। राजेंद्र प्रसाद सिंह ने अति शीघ्र शाम्हो-मटिहानी पुल निर्माण का प्रस्ताव रखा जबकि जिला सचिव रत्नेश झा ने बेगूसराय को प्रमंडल बनाने के 3 अगस्त को आयोजित बेगूसराय लॉकडाउन को सफल बनाने का प्रस्ताव रखा।











सामाजिक सौहार्द एवं शांति हासिल करने की राह शैक्षिक सरोकारों की राह है और वर्तमान में शैक्षिक सरोकारों से सारी राजनैतिक पार्टियों ने एक अजीब सी दूरी बना रखी है । सत्ता हासिल करने और सत्ता से बेदखल करने का ध्येय लेकर चुनावी समर में कूदने वाली राजनैतिक पार्टियों ने एक मत होकर शिक्षा को अपने राजनैतिक घोषणा पत्र से मानो विलुप्त ही कर दिया है । एक सशक्त विपक्ष के रूप में जनता की चौकीदारी करने हेतु कोई मत तो अब मांगते ही नहीं ।
सम्मेलन में जिला सचिव के आह्वान में प्रमंडल बनाने की मांग को लेकर लॉक डाउन के आह्वान का वक्तव्य एकांगी तात्कालिक स्फूरन मात्र लगा जबकि विगत डेढ़ दशक से जल जमाव की नारकीय यातना झेल रहे निगम वासियों की दुश्वारियां, जिले की प्रारंभिक से लेकर उच्चतर माध्यमिक कक्षाओं तक छात्र के अनुपात में यथेष्ठ शिक्षक एवं अन्य जरूरी संसाधनों के अभाव, प्रारंभिक विद्यालयों में कार्यरत रसोई सहायकों के लिए एक अकुशल दैनिक श्रमिकों को देय पारिश्रमिक से भी कम मजदूरी के भुगतान जैसे संस्थागत अपराध के प्रतिरोध में प्रस्ताव की आहट से जनता ज्यादा कनेक्ट हो पाती । जिला कार्यकर्ता सम्मेलन में ऐसे मुद्दों से दूरी रखना निश्चय ही चिंताजनक है ।