बेगूसराय। ऑल इंडिया यूथ फेडरेशन (AIYF) बेगूसराय जिला परिषद की बैठक सोमवार को बीहट में आयोजित हुई। अध्यक्षता जिला परिषद के अध्यक्ष कामरेड सवाब आलम ने की। बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में AIYF बिहार राज्य अध्यक्ष कामरेड शंभू देव ने देश के महान क्रांतिकारी खुदीराम बोस के जीवन एवं संघर्ष पर विस्तार से प्रकाश डाला। राज्य अध्यक्ष शंभू देव ने कहा कि महज 18 वर्ष की आयु में फांसी के फंदे पर झूलकर देश को आज़ादी की राह दिखाने वाले खुदीराम बोस भारत के युवाओं के लिए अमर प्रेरणा स्रोत हैं। उन्होंने कहा कि आज जब देश में सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक चुनौतियाँ मौजूद हैं, तब युवाओं को खुदीराम के अदम्य साहस, देशभक्ति और त्याग से सीख लेते हुए अन्याय, शोषण और भेदभाव के खिलाफ खड़ा होना चाहिए।
युवाओं को अपने अधिकारों के लिए संगठित होकर आवाज उठानी होगी
जिला अध्यक्ष कामरेड सवाब आलम ने कहा कि खुदीराम बोस ने ब्रिटिश साम्राज्य की दमनकारी नीतियों के विरुद्ध जिस साहस और निर्भीकता का परिचय दिया, वह आज भी प्रासंगिक है। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में युवाओं को अपने अधिकारों के लिए संगठित होकर आवाज उठानी होगी, तभी समाज में न्याय और समानता स्थापित हो सकेगी। जिला सचिव धीरेंद्र कुमार ने कहा कि खुदीराम बोस का जीवन इस बात का प्रमाण है कि देशभक्ति उम्र की मोहताज नहीं होती। अमीन हमजा ने कहा कि खुदीराम बोस ने जिस निडरता से अंग्रेजी हुकूमत का सामना किया, वह युवाओं में जोश और जिम्मेदारी की भावना भर देता है। उन्होंने कहा कि देश को भ्रष्टाचार, बेरोजगारी और असमानता जैसी चुनौतियों से मुक्त कराने के लिए युवाओं को संगठित होकर लोकतांत्रिक संघर्ष तेज़ करना होगा।
इनलोगों ने दी श्रद्धांजलि
मौके पर राहुल कुमार, आरजू खान, ऋषिकांत, अतुल अंजान, नसीम आलम, रजनीश कुमार, अशोक कुमार, अमरिंदर, अमरेंद्र कुमार, सत्यम, अमरेश आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए और खुदीराम बोस को श्रद्धांजलि अर्पित की। बैठक में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि जिले के सभी प्रखंडों और पंचायतों में युवा जागरूकता अभियान चलाकर क्रांतिकारियों के जीवन और विचारों को आम जनता तक पहुंचाया जाएगा।