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Ayurvedic College में इस साल 33 सीटों पर नामांकन

भारतीय चिकित्सा केंद्रीय आयोग ने राजकीय अयोध्या शिव कुमारी आयुर्वेद महाविद्यालय बेगूसराय में वर्ष 25-26 सेशन के लिए 33 सीटों पर नामांकन की अनुमति दी है।
  • भारतीय चिकित्सा केंद्रीय आयोग ने नामांकन की अनुमति दी
  • राज्य कोटे की 28 और केंद्रीय कोटे की 5 सीट है शामिल
  • पिछले साल 38 सीटों पर नीट पास छात्रों ने लिया था एडमिशन

बेगूसराय | भारतीय चिकित्सा केंद्रीय आयोग ने राजकीय अयोध्या शिव कुमारी आयुर्वेद महाविद्यालय बेगूसराय में वर्ष 25-26 सेशन के लिए 33 सीटों पर नामांकन की अनुमति दी है। इस संबंध में कॉलेज के प्राचार्य श्रीनिवास त्रिपाठी ने बताया कि इनमें राज्य कोटे की 28 और केंद्रीय कोटे की 5 सीटें हैं। यह नामांकन नीट परीक्षा में उत्तीर्ण छात्रों के बीच से बिहार राज्य प्रतियोगिता परीक्षा चयन परिषद के अनुशंसा के आलोक में किया जाएगा।

पिछले साल की तुलना में 5 सीटें घटीं
बताया गया कि गत वर्ष महाविद्यालय में 38 सीटों के नामांकन की अनुमति मिली थी, लेकिन शिक्षकों की कमी को देखते हुए इस वर्ष 25 एवं 8 EWS सीटों सहित 33 सीटों के नामांकन की अनुमति मिली है।

हर साल 60 सीटों के लिए कॉलेज जमा करता है राशि
महाविद्यालय प्रशासन की ओर से हर साल 60 सीटों के नामांकन के लिए निरीक्षण हेतु धनराशि जमा की जाती है। गत दिनों भारतीय चिकित्सा केंद्रीय आयोग की टीम ने College का दौरा कर आयोग को अपनी रिपोर्ट सौंपी थी। टीम की अनुशंसा पर आयोग ने छूट देते हुए 33 सीटें अलॉट की।

सीट घटने का मुख्य कारण शिक्षकों की कमी
छात्रों की सीट घटने का मुख्य कारण शिक्षकों की कमी है। कॉलेज में इसके पूर्व मात्र 22 एलिजिबल शिक्षक ही मौजूद थे, लेकिन निरीक्षण के पूर्व स्वास्थ्य विभाग, बिहार सरकार ने 5 अतिरिक्त शिक्षकों की पदस्थापना कॉलेज में कर दी। जिससे शिक्षकों की संख्या 27 हो गई। इसके अलावे कॉलेज प्रशासन ने एक संस्कृत शिक्षक और एक योग शिक्षक की भी व्यवस्था की। भारतीय चिकित्सा केंद्रीय आयोग ने इस आधार पर टीचरों की संख्या को 86% मानते हुए सरकारी कॉलेज होने के कारण रिलेक्सेशन दिया और गत वर्ष के 38 में 5 सीट घटाते हुए 33 सीटों के नामांकन की अनुमति दी।
शिक्षकों की नियुक्ति नहीं हुई तो आगे और मुश्किलें
भारतीय चिकित्सा केंद्रीय आयोग सरकारी कॉलेज के प्रति लचीला रवैया अपनाता है इसलिए नए सत्र के लिए यह मान्यता आई। साथ ही यह चेतावनी भी दी गई कि अगले वर्ष तक यदि शिक्षकों की कमी पूरी नहीं की गई तो 26-27 के लिए मान्यता मिलने में कठिन होगी। मापदंड के अनुसार कॉलेज में योग्य शिक्षकों की कुल संख्या 69 होनी चाहिए।

सरकार क्या कर रही इस मामले में
बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने बिहार लोक सेवा आयोग के माध्यम से राजकीय आयुर्वेद कॉलेज पटना और राजकीय अयोध्या शिव कुमारी आयुर्वेद महाविद्यालय, बेगूसराय के सभी शिक्षक पदों के लिए वैकेंसी निकाली है। आवेदन हो चुका है और अनुमान है कि जल्द ही सभी रिक्त पदों पर नियुक्ति हो जाएगी।

शिक्षक बोले – प्राचार्य के कुशल नेतृत्व का परिणाम
कॉलेज के नए सत्र के लिए मान्यता आने से महाविद्यालय में हर्ष का वातावरण है। कॉलेज उपाधीक्षक डॉक्टर दिलीप कुमार वर्मा, डॉक्टर जी पी शुक्ला, डॉक्टर अखिलेश जायसवाल, डॉ मुन्ना कुमार, डॉ इन्दु कुमारी, डॉक्टर लाल कौशल कुमार आदि ने प्राचार्य को बधाई दी। इन लोगों ने कहा कि प्राचार्य के कुशल नेतृत्व के कारण ही कॉलेज को नए सत्र के लिए मान्यता मिल पाई है।

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हिमांशु शेखर

17 वर्षों से पत्रकारिता का सफर जारी। प्रिंट मीडिया में दैनिक भास्कर (लुधियाना), अमर उजाला (जम्मू-कश्मीर), राजस्थान पत्रिका (जयपुर), दैनिक जागरण (पानीपत-हिसार) और दैनिक भास्कर (पटना) में डिप्टी न्यूज एडिटर के रूप में कार्य करने के बाद पिछले एक साल से newsvistabih.com के साथ डिजिटल पत्रकारिता।
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