- देवना गांव पहुंचे अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष गुलाम रसूल बलियावी
- राजद में दम है तो सिर्फ साहेबपुर कमाल विधानसभा से मुस्लिम उम्मीदवार उतारे और उसे यादवों का वोट दिलाकर दिखा दे
बेगूसराय । अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष गुलाम रसूल बलियावी ने कहा राजद में दम है तो सिर्फ साहेबपुर कमाल विधानसभा से मुस्लिम उम्मीदवार उतारे और उसे यादवों का वोट दिलाकर दिखा दे।बिहार में 9000 पंजीकृत कब्रिस्तानों में से 8000 की घेराबंदी करने, विभिन्न जिलों में अल्पसंख्यक छात्रावासों में बच्चों को रखकर उच्च शिक्षा के अवसर उपलब्ध कराने, देश में एकमात्र उर्दू अनुवादक के पद सृजित कर सभी जगहों पर बहाली करने, हर स्कूल में उर्दू शिक्षक की 99.99 प्रतिशत सीटें मुसलमानों को देने और मुस्लिम क्षेत्रों के विकास को प्राथमिकता देने के बावजूद अगर आपको नीतीश कुमार पसंद नहीं हैं, तो आपका खुदा मुहाफिज है। आप उन्हें गाली देते हैं, लेकिन वह आज भी आपको बदहाली से विकास की ओर लाने की कोशिश कर रहे हैं। गुलाम रसूल बलियावी शुक्रवार की रात देवना गांव में आयोजित ताजदारे कर्बला कान्फ्रेंस में मुख्य वक्ता के तौर पर शामिल होने पहुंचे थे। पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि मुसलमानों के लिए नीतीश कुमार से ज्यादा किसी मुख्यमंत्री ने काम नहीं किया, चाहे वह मदरसों का मुद्दा हो, चाहे वह अल्पसंख्यक छात्रों के लिए आवासीय छात्रावासों का निर्माण हो या अन्य विकास के अवसर प्रदान करना हो, हर जगह काम किया है। मुख्यमंत्री ने सदन में अपनी सरकार की बिना परवाह किए एनआरसी के मुद्दे का खुलकर विरोध कर दिया था। लेकिन अगर हम उनके सारे प्यार को नजरअंदाज कर किसी और के बहकावे में आ रहे हैं, तो हमें अपने गिरेबान में झांकना चाहिए। बेगूसराय से मोनाजिर हसन को संसद भेजने वाले नीतीश कुमार हैं। साहेबपुर कमाल से परवीन अमानुल्लाह और जमशेद अशरफ को विधायक और मंत्री बनाने वाले भी नीतीश कुमार हैं।
राजद को मुसलमानों से सिर्फ दिखावे का प्यार है
राजद को मुसलमानों से सिर्फ दिखावे का प्यार है। जब भी राजद का कोई मुस्लिम उम्मीदवार मैदान में उतरता है, तो राजद अपने यादव मतदाताओं से मुस्लिम उम्मीदवार को वोट तक नहीं दिलवा पाते हैं। जबकि नीतीश कुमार अपने उम्मीदवार के लिए सभी समुदायों से सौ प्रतिशत वोट हासिल करते हैं। अगर राजद में हिम्मत है, तो किसी मुस्लिम उम्मीदवार को सिर्फ एक सीट साहेबपुर कमाल से उम्मीदवार बनाए और उसे यादवों का वोट दिलाकर दिखा दे। यादव मतदाता सिर्फ अपनी जाति के उम्मीदवारों को वोट देते हैं, जबकि राजद मुसलमानों का सबसे ज्यादा वोट पाकर सदन में यादव को नेता बनाते हैं और पंडित को राज्यसभा में भेजते हैं। बलियावी ने कहा कि ओवैसी के कुछ चेले सिर्फ इंटरनेट मीडिया पर गंध फैलाए हुए हैं। उन्हें कौम से कोई सरोकार नहीं है।