बेगूसराय (बीहट) | रामधारी सिंह दिनकर की प्रासंगिकता हमेशा बनी रहेगी। भारत में जितने भी बड़े नाम हैं उनकी खूबी यह है कि उन्होंने कभी यह नहीं कहा कि ये मेरे मौलिक विचार हैं। बल्कि कहा कि यह भारतीय संस्कृति के परंपराओं के मौलिक विचार हैं। ये बातें राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने आदर्श ग्राम सिमरिया स्थित दिनकर प्लस टू विद्यालय में आयोजित 117वीं दिनकर जयंती समारोह में कही। उन्होंने कहा कि मेरी उतनी योग्यता नहीं कि उनके साहित्य की समीक्षा करूं। इससे पहले जिलाधिकारी तुषार सिंगला ने पुष्प गुच्छ देकर राज्यपाल का स्वागत किया। इसके बाद उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। राज्यपाल ने स्कूल परिसर में वृक्षारोपण भी किया गया। उन्होंने सिमरिया ग्राम में स्थापित दिनकर जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण भी किया।
