- भाजपा ने बेगूसराय विधायक कुंदन कुमार पर फिर जताया भरोसा
- 2020 में कांग्रेस की अमिता भूषण को 4554 वोटों से हराया था
- भाेला सिंह के बाद भाजपा से लगातार दूसरी बार टिकट पाने व्यक्ति बने कुंदन
बिहार विधानसभा 2025 चुनाव के लिए NDA में सीट शेयरिंग का मामला सुलझने के बाद भाजपा ने 71 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की। 7 विधानसभा क्षेत्र वाले बेगूसराय िजले में BJP को तीन सीटें मिली हैं। भाजपा इस बार बेगूसराय, बछवाड़ा के अलावा तेघड़ा विधानसभा क्षेत्र में भी चुनाव लड़ेगी। पार्टी ने बेगूसराय के सीटिंग विधायक कुंदन कुमार और बछवाड़ा के सीटिंग विधायक सह खेल मंत्री सुरेंद्र मेहता पर फिर से विश्वास जताया है। वहीं तेघड़ा से पूर्व विधान पार्षद रजनीश कुमार को प्रत्याशी बनाया गया है। सीट शेयरिंग के तहत JDU मटिहानी और चेरिया बरियारपुर से चुनाव लड़ेगी तो चिराग पासवान की लोजपा (आर) को साहेबपुर कमाल और बखरी (सुरक्षित) सीट मिली है।

कुंदन कुमार पहली बार चुनाव लड़े और जीते भी
वर्ष 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में बेगूसराय सीट पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने जीत दर्ज की थी। पार्टी प्रत्याशी कुंदन कुमार ने पहली बार विधानसभा का चुनाव लड़ते हुए 4554 वोटों के अंतर से जीत दर्ज कराई थी। उन्हें 39.66% वोट शेयर के साथ 74,217 वोट मिले थे। उन्होंने कांग्रेस की उम्मीदवार अमिता भूषण को हराया था। अमिता भूषण को 69,663 वोट (37.23%) मिले। निर्दलीय उम्मीदवार राजेश कुमार 18,002 वोट (9.62%) के साथ तीसरे स्थान पर रहे।
कुंदन पर हमेशा से रहा है गिरिराज सिंह का आशीर्वाद
बेगूसराय के विधायक कुंदन कुमार का पार्टी के अंदर खासा विरोध है। विरोध फरवरी महीने से चल रहा है। पार्टी कार्यकर्ताओं ने भाजपा प्रदेश प्रभारी विनोद तावड़े के समक्ष विधायक की खूब शिकायत की थी। कार्यकर्ताओं का विरोध NDA कार्यकर्ता सम्मेलन में भी देखने को मिला। इसके बाद चुनाव को लेकर पटना में उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी के आवास पर कोर कमेटी की बैठक हुई वहां भी कार्यकर्ताओं ने गिरिराज सिंह के समक्ष कुंदन कुमार का विरोध किया था। इन सबसे लग रहा था कि इस बार कुंदन कुमार का पत्ता कट जाएगा, लेकिन गिरिराज सिंह ने हमेशा से ही अपना हाथ कुंदन कुमार के पीठ पर रखा। परिणाम यह रहा कि इस बार भी विधायक बनने का टिकट कुंदन कुमार ले आए।
यह मेरे जीवन का सबसे बड़ा सम्मान और सौभाग्य का क्षण है।बेगूसराय विधानसभा क्षेत्र से मुझे पुनःएनडीए समर्थित भाजपा उम्मीदवार घोषित किए जाने पर मैं अपने केंद्रीय एवं प्रदेश नेतृत्व,सभी कार्यकर्ताओं,वरिष्ठजनों एवं बेगूसराय की जनता का तहेदिल से आभार प्रकट करता हूँ।
जय NDA,जय भाजपा 🙏 pic.twitter.com/QQaZaqVWWl— MLA Kundan Kumar (मोदी का परिवार) (@kundansinghbjp) October 14, 2025
विरोध के स्वर भी गूंज रहे, परिणाम जनता बताएगी
बेगूसराय से कुंदन कुमार को भाजपा का प्रत्याशी बनाए जाने की घोषणा से बाद से विरोध के स्वर काफी गूंजने लगे हैं। ये स्वर भी पार्टी वर्करों के ही हैं। पार्टी कार्यकर्ताओं का कहना है कि जिन लोगों ने 30-40 वर्षों से पार्टी को सींचा है उन्हें वंचित रखा गया है। कार्यकर्ता अपना विरोध सोशल मीडिया पर दर्ज करा रहे हैं। पार्टी के एक वर्कर अमित कुमार देव ने तो कुंदन कुमार के खिलाफ चुनाव लड़ने की बात तक कह दी है। उन्होंने नामांकन पत्र भी खरीद लिया है। हालांकि कुछ और भी कार्यकर्ता निर्दलीय चुनाव लड़ने के लिए नामांकन पत्र खरीद सकते हैं।
निर्णय देने वाले जातिगत समीकरण
- भूमिहार : 22%
- दलित : 20%
- यादव : 18%
- मुस्लिम : 15%
- ब्राह्मण : 10%
बेगूसराय सीट का चुनावी समीकरण
चुनाव आयोग की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, बेगूसराय विधानसभा क्षेत्र में कुल 3,40,777 मतदाता हैं। इनमें से 1,81,149 पुरुष और 1,59,623 महिला मतदाता हैं। 5 मतदाता थर्ड जेंडर के हैं। 2020 में बेगूसराय विधानसभा क्षेत्र में मतदान की कुल वैध वोटों की संख्या 1,63,754 (60.44 प्रतिशत) थी।
कब कौन विधायक रहे
- 2015: अमिता भूषण (कांग्रेस)
- 2010: सुरेंद्र मेहता (भाजपा)
- अक्टूबर, 2005: भोला सिंह (भाजपा)
- फरवरी, 2005: भोला (भाजपा)
- 2000: भोला (भाजपा)
- 1995: राजेंद्र पीडी सिंह (सीपीआइएम)
- 1990: बासुदेव सिंह (सीपीआइएम)
- 1985: भोला सिंह (कांग्रेस)
- 1980: भोला सिंह (कांग्रेस)
- 1977: भोला सिंह (कांग्रेस)
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