बेगूसराय | अवकाश प्राप्त शिक्षिका वीना कुमारी की तीसरी पुण्यतिथि के अवसर पर शुक्रवार को कचहरी रोड स्थित रिलायबल जांच घर में निःशुल्क diabetes जांच शिविर लगाया गया। शिविर में 150 से अधिक मरीजों का निःशुल्क diabetes जांच किया गया।
टेक्नोलॉजिस्ट साकेत कुमार ने कहा कि diabetes के बारे में फैली भ्रांतियां और इसके प्रति सजग रहने के लिए लोगों में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से शिविर का आयोजन किया गया। अनियमित दिनचर्या और खानपान के कारण लोगों में diabetes की बीमारी बढ़ रही है। लोगों में जानकारी के अभाव में यह दिन प्रतिदिन फैलता जा रहा है। इसकी नियमित समय पर जांच जरूरी है।
diabetes के रोगियों को क्या करना चाहिए
मधुमेह से ग्रस्त मरीज मैदा से बने हुए उत्पाद को नहीं खाएं। सादा भोजन, टहलना और नियमित रूप से चेकअप कराने से इस पर नियंत्रण संभव हो सकेगा। diabetes के रोगी ज्यादा समय तक भूखे नही रहें। दिन में 3 से 4 बार हल्का भोजन लेते रहें। दिनचर्या और खानपान को नियमित करने से मधुमेह पर अंकुश लगाया जा सकता है।
शिविर में ये लोग रहे मौजूद
शिविर में श्यामकिशोर सिंह, नित्यानंद सिंह, कुमार उज्ज्वल, डाॅ. अमरनाथ चौधरी, अधिवक्ता सतीश कुमार साह, कुमारी मनीषा, कुंदन कुमारी, अविनाश कुमार, मो. शमशेर, राजन कुमार, गोपाल कुमार, गौरव कुमार, शुभम कुमार, श्रेयांश सिंह, श्रेयसी सिंह आदि मौजूद थे।
बिहार में diabetes रोगियों की संख्या
2017 के एक अध्ययन के अनुसार, बिहार में मधुमेह के रोगी करीब 4.3% थे, जो शहरी क्षेत्रों में ज्यादा (11.2%) और ग्रामीण क्षेत्रों में कम (5.2%) था। 2025 के एक अध्ययन के अनुसार, बिहार में प्रति एक लाख लोगों पर मधुमेह के नए मामलों की दर 149.61 है।
देश में मधुमेह रोगियों का हाल
एक अनुमान के अनुसार, भारत में 18 वर्ष से अधिक आयु के 77 मिलियन लोग मधुमेह (टाइप 2) से पीड़ित हैं और लगभग 25 मिलियन लोग प्रीडायबिटिक हैं। प्रीडायबिटिक का मतलब निकट भविष्य में मधुमेह विकसित होने का अधिक जोखिम। डॉक्टरों की मानें तो पहले 40 वर्ष के बाद मधुमेह की आशंका होती थी, लेकिन आज बहुत से बच्चे इसके साथ जन्म ले रहे हैं। 14 वर्ष से अधिक उम्र के बच्चे बड़ी संख्या में इसकी चपेट में आ रहे हैं।
क्या कहता है इंटरनेशनल डायबिटीज फेडरेशन
इंटरनेशनल डायबिटीज फेडरेशन के अनुसार, भारत में डायबिटीज के मरीजों की संख्या हर साल बढ़ती जा रही है। इसका मुख्य कारण ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोग शहर में रहने वाले लोगों का अनुकरण कर रहे हैं। फेडरेशन के अनुसार, भारत में 20–79 आयु वाले लोगों में diabetes की बीमारी सबसे ज्यादा हो रही है।











