बेगूसराय | मटिहानी के विधायक सह विधानसभा में सत्तारूढ़ दल के सचेतक राजकुमार सिंह ने शुक्रवार को प्रेस वार्ता कर कहा कि जिले में सबसे अधिक बेगूसराय सदर अनुमंडल बाढ़ से प्रभावित हुआ है, जिसमें सबसे ज्यादा शाम्हो व मटिहानी प्रखंड की पंचायतें हैं। नगर निगम क्षेत्र के पांच वार्ड में भी बाढ़ का पानी घुसा था, लेकिन अब बाढ़ का पानी घटने लगा है और लोग कम्युनिटी किचन से निकल कर घर में पहुंच गए हैं। इसी तरह बछवाड़ा का चमथा भी प्रभावित हुआ था वहां भी कम्युनिटी किचन की व्यवस्था की गई।
केडीएम होटल के सभागार में पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने बताया कि सदर अनुमंडल में 75 स्थानों पर कम्युनिटी किचन खोला गया। वहीं 10 हजार पॉलीथिन सीट व पशु आहार का वितरण किया गया। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि जिले के सात प्रखंड बाढ़ प्रभावित हैं तो 11 प्रखंड सूखा प्रभावित। सरकार आगामी 4-5 अक्टूबर तक किसानों की समस्याओं को लेकर कुछ बड़ा घोषणा कर सकती है।
बाढ़ पीड़ितों की सेवा में डीएम की भूमिका सराहनीय
विधायक राजकुमार ने कहा कि उन्होंने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अधिकाधिक जगह पहुंचने का प्रयास किया। लोगों के दुःख-दर्द का हिस्सा बनने का प्रयास किया, लेकिन सभी जगहों पर नहीं जा सका। इसके लिए खेद है। उन्होंने कहा कि त्वरित राहत वितरण के पीछे डीएम तुषार सिंगला का बाढ़ क्षेत्रों में भ्रमण करना एक महत्वपूर्ण कदम रहा। इस कारण बीडीओ, सीओ व एसडीएम सभी समय रहते सक्रिय हो गए।
सामुदायिक किचन, नाव व पॉलीथिन की समय रहते व्यवस्था की
विधायक ने कहा कि गंगा के जलस्तर में 17 सितंबर से वृद्धि शुरू हुई थी और 19 को जिले के कई क्षेत्रों में बाढ़ आ गई। नीतीश सरकार की नीति का असर था कि बेगूसराय जिले में 19 सितंबर को जैसे ही लोग बाढ़ से विस्थापित हुए कि उनके लिए सामुदायिक (कम्युनिटी) किचन, लाइट, शौचालय व सिर छिपाने के लिए पॉलीथिन सीट तक की व्यवस्था की गई। प्रेस वार्ता के दौरान जिला पार्षद व जदयू नेता रामविनय राय व नगर जदयू के पूर्व जिलाध्यक्ष सह पूर्व मेयर संजय कुमार ने भी अपनी बातें रखीं। पूर्व मेयर संजय कुमार और उनकी पत्नी मेयर पिंकी देवी ने भी बाढ़ पीड़ितों की खूब सहायता की।