एजेंसी/ नई दिल्ली | 1998 में बिहार के पूर्व साइंस और टेक्नोलॉजी मंत्री बृज बिहारी प्रसाद हत्याकांड में सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को फैसला सुनाया। शीर्ष अदालत ने इस मामले में मुन्ना शुक्ला समेत दो दोषियों को उम्रकैद की सजा दी जबकि पूर्व सांसद सूरजभान समेत 6 लोगों को बरी कर दिया। इस मामले में पटना हाईकोर्ट ने पूर्व सांसद सूरजभान सिंह, पूर्व विधायक मुन्ना शुक्ला समेत 8 लोगों को बरी कर दिया था। अदालत ने मुन्ना शुक्रला और मंटू तिवारी को 15 दिनों के अंदर सरेंडर करने के लिए कहा है।
पत्नी रमा देवी ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था
1998 में पटना के आइजीआइएमएस अस्पताल में बृज बिहारी प्रसाद की हत्या कर दी गई थी। उनकी पत्नी पूर्व सांसद रमा देवी, भाजपा और सीबीआई ने हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। सुप्रीम कोर्ट के तीन जजों जस्टिस संजीव खन्ना, जस्टिस संजय कुमार और जस्टिस आर महादेवन ने 21 और 22 अगस्त को इस मामले की सुनवाई पूरी कर फैसला सुरक्षित रखा था।
हाईकोर्ट ने निचली अदालत के फैसले को निरस्त किया था
हाईकोर्ट ने 24 जुलाई 2014 को कहा था कि अभियोजन पक्ष के साक्ष्यों पर गौर करने के बाद सूरजभान सिंह उर्फ सूरज सिंह, मुकेश सिंह, लल्लन सिंह, कैप्टन सुनील सिंह, राम निरंजन चौधरी, शशि कुमार राय, मुन्ना शुक्ला, मंटू तिवारी और राजन तिवारी संदेह का लाभ पाने के हकदार हैं। इसने अधीनस्थ अदालत के 12 अगस्त 2009 के उस आदेश को खारिज कर दिया, जिसमें उन्हें दोषी ठहराया गया था और सभी आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी।
आरजेडी के कद्दावर नेता थे बृज बिहारी प्रसाद
बृज बिहारी प्रसाद लालू प्रसाद यादव की पार्टी राजद के बड़े नेता थे। उनकी हत्या गैंगवार का नतीजा मानी जाती है। इस हत्याकांड में श्रीप्रकाश शुक्ला का नाम भी सामने आया था। श्रीप्रकाश शुक्ला उस समय सूरजभान सिंह के गैंग में शूटर था। गाजियाबाद में उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने एक मुठभेड़ में श्रीप्रकाश शुक्ला को मार गिराया था। श्रीप्रकाश शुक्ला को पकड़ने के लिए ही सबसे पहले यूपी में एसटीएफ का गठन किया गया था।
वैशाली से लोकसभा चुनाव हारे थे मुन्ना शुक्ला
मुन्ना शुक्ला वैशाली जिले के लालगंज विधानसभा सीट से विधायक रहे हैं। हाल ही में लोकसभा चुनाव में उन्होंने राजद के टिकट पर वैशाली सीट से चुनाव लड़ा था, लेकिन इसमें वे हार गए थे।
जानिए, क्या हुआ था
13 जून 1998 को बृज बिहारी प्रसाद की हत्या राजधानी पटना के इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में कर दी गई थी। उस वक्त कड़ी सुरक्षा के बीच बृज बिहारी प्रसाद इस अस्पताल में अपना इलाज करा रहे थे। बाहुबहली श्रीप्रकाश शुक्ला ने एके-47 से गोलियां बरसाकर बृज बिहारी प्रसाद की हत्या कर दी थी।