- मृतकों में 3 बिहार के, एक-एक एमपी व जम्मू के निवासी
- जोजिला सुरंग परियाजना का काम कर रहे थे श्रमिक
- मेस में खाना खाने के लिए जुट रहे थे सभी लोग
- आतंकियों ने शिविर में घुस 3-4 मिनट तक गोलियां बरसाईं
- जिस क्षेत्र में हमला हुआ, वह सीएम उमर अब्दुल्ला का विधानसभा क्षेत्र
श्रीनगर/एजेंसी | जम्मू कश्मीर के गांदरबल के सोनमर्ग इलाके में आतंकियों ने रविवार को मजदूरों को निशाना बनाते हुए फायरिंग की। आतंकियों के इस हमले में एक डॉक्टर समेत 7 लाेगों की मौत हो गई। हमला एक निर्माणाधीन सुरंग के पास हुआ। मृतकों में 3 बिहार के श्रमिक हैं। 5 मजदूरों के भी घायल होने की खबर है। उन्हें श्रीनगर मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर किया गया है। आतंकी हमला जिस क्षेत्र में हुआ है, वह सीएम उमर अब्दुल्ला के चुनाव क्षेत्र गांदरबल विधानसभा में आता है। हमले को लेकर गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि इस घिनौने हमले में शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। वहीं, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि यह हमला देश के विकास में योगदान देने वालों के खिलाफ है।
शुरुआती जांच से पता चला कि जिन श्रमिकों पर हमला किया गया है वे जेड मोड़ सुरंग पर काम कर रहे निर्माण टीम का हिस्सा थे। यह सुरंग मध्य कश्मीर के गांदरबल जिले में गगनेर को सोनमर्ग से जोड़ती है। जानकारी मिलने के बाद सुरक्षा बलों की टीम मौके पर पहुंची और इलाके की घेराबंदी की। आतंकियों की तलाश जारी है। IGP कश्मीर वीके बिरदी भी घटना स्थल पर पहुंच गए हैं। जम्मू कश्मीर में यह आतंकी घटना ऐसे वक्त पर आई है जब विधानसभा चुनावों के बाद नई सरकार अपना कामकाज संभाल रही है।
हमले के वक्त मेस में खाना खाने जा रहे थे श्रमिक
जानकारी के अनुसार, जिस शिविर पर हमला हुआ है, वह गुंड कंगन से कुछ ही दूरी पर जेड मोड़ सुरंग के पश्चिमी मुहाने पर रेजान गगनगीर के नीचे सिंध नाले के पास है। बताया जा रहा है कि रात आठ बजे के करीब जब परियोजना में कार्यरत श्रमिक और अधिकारी मेस में खाना खाने के लिए जमा हो रहे थे, उसी समय परिसर के बाहरी हिस्से में अचानक आतंकी आए और स्वचालित हथियारों से अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी।
इन लोगों की हुई मौत
डॉक्टर शहनवाज अहमद
मैकेनिकल इंजीनियर अमित शुक्ला (मध्य प्रदेश)
मोहम्मद हनीफ (बिहार)
कलीम (बिहार)
फहीम नासिर (बिहार)
शशि अब्रॉल (जम्मू)
गुरमीत सिंह
जोजिला सुरंग परियाजना का हिस्सा है जेड मोड़
जेड मोड़ सुरंग जोजिला सुरंग परियोजना का एक हिस्सा है। इसी परियोजना के तहत सुरंग बनाई जा रही है। इसमें एक साढ़े छह किलोमीटर लंबी जेड मोड़ सुरंग है।
तीन-चार मिनट तक गोलियां बरसाईं
आतंकियों ने लगभग तीन से चार मिनट तक गोलियां बरसाईं। इससे वहां अफरा-तफरी मच गई। जिसे जहां जगह मिली, वह उसी तरफ जान बचाने के लिए भागा। इस दौरान वहां कुछ श्रमिक गोलियां लगने से जमीन पर गिर पड़े और उसके बाद आतंकी वहां से भाग निकले।
गोलियों की आवाज सुनकर मौके पर पहुंचे सेना के जवान
गोलियों की आवाज सुनकर निकटवर्ती शिविरों से सेना और सीआरपीएफ व पुलिस के जवान भी मौके पर पहुंच गए। उनके पहुंचने से पहले ही आतंकी वहां से निकल भागे थे। सुरक्षाबलों ने वहां घायल पड़े सभी लोगो को शिविर में मौजूद अन्य लोगों की मदद से अस्पताल पहुंचाया।
#WATCH जम्मू-कश्मीर: गंदेरबल के गगनगीर में आतंकी घटना। सुरक्षा बलों ने इलाके की घेराबंदी कर दी है। आगे की जानकारी बाद में दी जाएगी: कश्मीर जोन पुलिस
(वीडियो वर्तमान समयानुसार नहीं है।) pic.twitter.com/Y2Yhi6hvtS
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 20, 2024
दो दिन पहले बिहार के श्रमिक की हत्या हुई थी
यह घटना दो दिन बाद हुई जब जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले में बिहार के रहने वाले एक प्रवासी मजदूर की कथित तौर पर आतंकियों ने हत्या कर दी थी। स्थानीय लोगों ने शुक्रवार सुबह सड़क किनारे शव को देखा था तब मजदूर की पहचान हो पाई थी। उसे पास के जिला अस्पताल ले जाया गया था, लेकिन उनकी जान नहीं बचाई जा सकी।
अप्रवासियों की हत्या से चिंता बढ़ी
गैर-स्थानीय लोगों की आतंकियों द्वारा हत्या की घटनाओं ने चिंता बढ़ा दी है। अप्रैल महीने में भी दो गैर-स्थानीय मजदूरों की हत्या की गई थी। इस महीने की शुरुआत में अनंतनाग जिले में आतंकियों द्वारा अपहरण के बाद एक भारतीय सेना के जवान को गोली लगने के बाद मृत पाया गया था। 8 अक्टूबर को टेरिटोरियल आर्मी की 161 यूनिट के दो सैनिकों का अपहरण कर लिया गया था। हालांकि उनमें से एक भागने में कामयाब रहे थे।
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इतिहास गवाह है कि जब-जब जम्मू-कश्मीर में वहां की लोकल पार्टी की सरकार रही है इस तरह की घटनाएं में वृद्धि हुई है।