- लागत सीमित करने के लिए टेबल टेनिस, स्क्वाश और ट्रायथलॉन को भी हटा दिया गया।
- ग्लासगो ने इससे पहले 2014 में राष्ट्रमंडल खेलों के मेजबानी की थी।
नई दिल्ली/एजेंसी | 2026 में कॉमनवेल्थ गेम्स का आयोजन ग्लासगो (स्कॉटलैंड) में होगा। मंगलवार को इसके कार्यक्रम के बारे में घोषणा की गई। कॉमनवेल्थ गेम्स का आयोजन 23 जुलाई से 2 अगस्त तक होगा। कार्यक्रम की घोषणा के बाद भारत को करारा झटका लगा है। क्योंकि ग्लासगो ने हॉकी, बैडमिंटन, कुश्ती, क्रिकेट और निशानेबाजी जैसे प्रमुख खेलों को 2026 में होने वाले खेलों के कार्यक्रम हटा दिया है। केवल 10 खेलों को ही जगह दी गई है। निशानेबाजी को बर्मिंघम खेलों के कार्यक्रम से भी हटाया गया था। ग्लासगो ने इससे पहले 2014 में राष्ट्रमंडल खेलों के मेजबानी की थी।
कॉमनवेल्थ गेम्स महासंघ (सीजीएफ) ने बयान में कहा,‘खेल कार्यक्रम में एथलेटिक्स और पैरा एथलेटिक्स (ट्रैक एवं फील्ड), तैराकी और पैरा तैराकी, कलात्मक जिमनास्टिक, ट्रैक साइक्लिंग और पैरा ट्रैक साइक्लिंग, नेटबॉल, भारोत्तोलन और पैरा पावरलिफ्टिंग, मुक्केबाजी, जूडो, बाउल्स और पैरा बाउल्स, 3×3 बास्केटबॉल और 3×3 व्हीलचेयर बास्केटबॉल को शामिल किया गया है।’
ग्लासगो के चार स्थलों पर खेलों का आयोजन होगा
बयान के अनुसार, ‘इन खेलों का आयोजन चार स्थलों स्कॉट्सटाउन स्टेडियम, टोलक्रॉस इंटरनेशनल तैराकी केंद्र, एमिरेट्स एरेना और स्कॉटिश प्रतियोगिता परिसर (एसईसी) में किया जाएगा। खिलाड़ियों और उनके सहयोगी स्टाफ को होटल में ठहराया जाएगा।’
2022 के कॉमनवेल्थ गेम्स में 19 खेल थे शामिल
2022 में कॉमनवेल्थ गेम्स का आयोजन बर्मिंघम में हुआ था। इसमें 19 खेल शामिल थे। अब इसमें से हॉकी, क्रिकेट, रेसलिंग, शूटिंग, बैडमिंटन, डाइविंग, बीच वॉलीबॉल, रोड साइकलिंग, माउंटेन बाइकिंग, रिदमिक जिमनास्टिक, रग्बी सेवन, स्क्वॉश, टेबल टेनिस, पैरा टेबल टेनिस, ट्रायथलॉन और पैरा ट्रायथलॉन को लिस्ट से बाहर कर दिया गया है। इनमें कम से कम 5 खेल ऐसे हैं, जिनमें भारत का प्रदर्शन अच्छा रहा है। भारतीय एथलीट इन खेलों में मेडल लाते रहे हैं।
हटाए गए खेलों में अब तक भारत का रिकॉर्ड (कॉमनवेल्थ गेम्स में)
बैडमिंटन : 10 स्वर्ण, आठ रजत और 13 कांस्य पदक
निशानेबाजी : 63 स्वर्ण, 44 रजत और 28 कांस्य
कुश्ती : 49 स्वर्ण, 39 रजत और 26 कांस्य
क्रिकेट : 2022 में फिर से राष्ट्रमंडल खेलों में शामिल किया गया। इसमें भारतीय महिला टीम ने रजत पदक जीता था।