- भूमि सर्वेक्षण मामले में दरभंगा जिले की प्रगति सबसे बेहतर
- दूसरे चरण में 18 जिलोें में शुरू हुआ भूमि सर्वे का काम
- निदेशक ने सभी बंदोबस्त पदाधिकारियों को दिया निर्देश
पटना | रैयतों को स्वघोषणा पत्र और अमीन को तेरजी का डाटा अपलोड करने में अब परेशानी नहीं होगी। भू-अभिलेख एवं परिमाप निदेशक कमलेश कुमार सिंह ने बताया कि सूबे के सभी 9 प्रमंडलों के सर्वरों ने अलग-अलग काम करना शुरू कर दिया है। तकनीकी समस्या के समाधान होने के बाद अब भूमि सर्वे के काम में तेजी आएगी। रैयतों को स्वघोषण पत्र को ऑनलाइन अपलोड करने में भी कोई समस्या नहीं आएगी।
पटना : 38 हजार स्वघोषणा पत्र नहीं हुए अपलोड
राजधानी पटना की बात करें तो यहां सभी 26 अंचलों को मिलाकर 330334 स्वघोषणा ऑनलाइन एवं ऑफलाइन मोड में प्राप्त हुए। इनमें रैयतों ने सीधे ऑनलाइन माध्यम से 153375 स्वघोषणा को निदेशालय की वेबसाइट पर अपलोड किया। जबकि 1,76,959 स्वघोषणा ऐसी है जो शिविर स्तर पर ऑफलाइन मोड में प्राप्त हुए। इनमें से 1,38,899 स्वघोषणा को सर्वे कर्मियों ने ऑनलाइन कर दिया है और 38060 स्वघोषणा को अपलोड किया जाना बाकी है।
दूसरा चरण : अगस्त में 18 जिलों में शुरू हुआ सर्वे
दूसरे चरण के तहत जिन 18 जिलों में अगस्त, 2024 में भूमि सर्वेक्षण का कार्य शुरू हुआ है वो बड़े जिले हैं। इनमें मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण, वैशाली, पटना, भोजपुर, रोहतास, कैमूर, बक्सर, सारण, सीवान, गोपालगंज, दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर, गया, औरंगाबाद, नवादा और भागलपुर जिले शामिल हैं। इन सभी 18 जिलों में कुल मिलाकर अंचल और मौजा हैं।
