- नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति की पहली छमाही बैठक आयोजित
बेगूसराय | राजभाषा हिन्दी का कार्यालयीन कार्यों में अधिकाधिक प्रयोग सुनिश्चित करना हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है। हिंदी में प्राप्त पत्रों का उत्तर हिंदी में देना, कार्यालयीन टिप्पणियां हिन्दी में करना, फाइलों एवं नामपट्टों को द्विभाषी रखना आदि राजभाषा नियमों का अनुपालन सुनिश्चित किया जाना चाहिए। ये बातें बरौनी रिफाइनरी के कार्यकारी निदेशक एवं रिफाइनरी प्रमुख तथा समिति के अध्यक्ष सत्य प्रकाश ने नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति (नराकास), बरौनी की वर्ष 2025 की पहली छमाही की बैठक में गुरुवार को कही।

सफलता एकल दायित्व नहीं सभी की साझा जिम्मेदारी
राजभाषा विभाग के उप निदेशक (कार्यान्वयन) डॉ. विचित्रसेन गुप्त ने बरौनी नराकास एवं बरौनी रिफाइनरी के राजभाषा प्रयोग पर संतोष व्यक्त करते हुए सभी सदस्य कार्यालयों से राजभाषा विभाग के दिशा-निर्देशों का पूर्ण पालन करने का आग्रह किया। उन्होंने स्पष्ट किया कि नराकास की सफलता एकल दायित्व नहीं, अपितु सभी सदस्य कार्यालयों की साझा जिम्मेदारी है।

प्रचार-प्रसार हेतु ठोस कार्ययोजना तैयार बनाने पर सहमति
वरिष्ठ प्रबंधक (कर्मचारी सेवाएं, कॉरपोरेट संचार व हिन्दी) मीनाक्षी ठाकुर ने बताया कि राजभाषा के प्रचार-प्रसार एवं प्रयोग को और अधिक सुदृढ़ करने के लिए सुझाव भी आमंत्रित किए गए। इनमें कई सारगर्भित प्रस्ताव सामने आए। बैठक के दौरान ‘श्रवंती’- नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति, बरौनी की वार्षिक पत्रिका का विमोचन अध्यक्ष एवं उप निदेशक एवं उपस्थित गणमान्यों द्वारा किया गया। बैठक में लिए गए निर्णय एवं सुझावों के अनुरूप आगामी अवधि में राजभाषा हिन्दी के व्यापक प्रचार-प्रसार हेतु ठोस कार्ययोजना तैयार की जाएगी।

बैठक में इन अधिकारियों की उपस्थिति रही
बैठक में कोलकाता स्थित गृह मंत्रालय, भारत सरकार के राजभाषा विभाग के क्षेत्रीय कार्यालय से उप निदेशक (कार्यान्वयन) डॉ. विचित्रसेन गुप्त, बरौनी रिफाइनरी के मुख्य महाप्रबंधक (मानव संसाधन) भास्कर हाजरिका, महाप्रबंधक (कर्मचारी सेवा, प्रबंधन सेवा, अधिगम व विकास) डॉ. पी. के. नाथ, उप महाप्रबंधक (कर्मचारी सेवा, प्रबंधन सेवा, अधिगम व विकास) राधे श्याम प्रसाद सहित बरौनी नराकास के सदस्यगण उपस्थित थे।










