- प्रमंडल बनाओ अभियान समिति की मुहिम जारी
- सर्वदलीय बैठक में लिए गए निर्णय के तहत कार्यक्रम
बेगूसराय | बेगूसराय को प्रमंडल बनाने की मुहिम धीरे-धीरे गति पकड़ती जा रही है। प्रमंडल बनाओ अभियान समिति के तत्वावधान में पिछले दिनों सर्वदलीय बैठक बुलाई गई थी। बैठक में सभी दलों ने प्रमंडल बनाने की मुहिम में अपनी सहभागिता देने का संकल्प दोहराया था। बैठक में जनता lockdown का निर्णय लिया गया था। यह lockdown 2 अगस्त की रात 11 बजे से 3 अगस्त की सुबह 11 बजे तक (12 घंटे का) रहेगा। इसी के मद्देनजर गुरुवार को अभियान समिति ने हर हर महादेव चौक से लेकर हड़ताली चौक तक पदयात्रा निकाली। पदयात्रा में विभिन्न राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं और सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। पदयात्रा के अंत में हड़ताली चौक पर सभा आयोजित कर सभी लोगों ने जनता लॉकडाउन को ऐतिहासिक बनाने की शपथ ली।

पदयात्रा का नेतृत्व समिति के संयोजक दिलीप कुमार सिन्हा, कोर कमेटी के प्रमुख सेवानिवृत्त विंग कमांडर रंजीत कुमार, उप मुख्य पार्षद अनीता राय, पूर्व मेयर आलोक कुमार अग्रवाल, को-ऑपरेटिव बैंक के अध्यक्ष नरेन्द्र प्रसाद सिंह, समीर शेखर, भाकपा नेता अनिल अंजान, अभिनव कुमार अकेला, अमरेश कुमार, सुशील कुमार राय, सुरेन्द्र प्रसाद मिश्रा, AISF के अमरेश कुमार, AISA के सोनू फर्नाज कर रहे थे। पदयात्रा के दौरान लोगों ने हाथों में तिरंगा झंडा लेकर नारे लगाए और आम जनता से इस आंदोलन में समर्थन देने की अपील की।

सरकार की अनदेखी के कारण बेगूसराय की उपेक्षा
दिलीप कुमार सिन्हा ने कहा कि बेगूसराय लंबे समय से प्रमंडल बनने की पात्रता रखता है, लेकिन सरकार की अनदेखी के कारण यह मांग आज तक अधूरी है। अब यह आंदोलन जनभावनाओं का रूप ले चुका है और जिले के लोग इसे लेकर पूरी तरह संकल्पित हैं।
आपातकालीन सेवाएं बाधित नहीं होंगी
सेवानिवृत्त विंग कमांडर रंजीत कुमार ने कहा कि जनता lockdown के दौरान किसी भी प्रकार की आपातकालीन सेवाएं जैसे स्वास्थ्य, एम्बुलेंस, दूध, दवा, प्रेस आदि बाधित नहीं की जाएंगी। यह आंदोलन शांतिपूर्ण, लोकतांत्रिक और जनभागीदारी से प्रेरित होगा। समिति ने शहरवासियों से अपील की है कि वे 12 घंटे के इस सांकेतिक लॉकडाउन में अपनी सहभागिता देकर यह संदेश दें कि बेगूसराय की जनता अब और उपेक्षा बर्दाश्त नहीं करेगी।
बेगूसराय के प्रति सरकार की मंशा ठीक नहीं
भाकपा नेता अनिल कुमार अंजान ने कहा कि बेगूसराय को प्रमंडल बनाने के मुद्दे पर नीतीश सरकार की मंशा ठीक नहीं है। क्या कारण है कि पात्रता रखने के बावजूद सरकार इसे प्रमंडल का दर्जा नहीं दे रही है। बेगूसराय जिले के सभी सातो विधायक और खगड़िया जिले के विधायकों ने इस मामले में अपनी सहमति जताते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को स्मार पत्र दिया था। राजद की एमएलसी उर्मिला ठाकुर ने भी सदन में आवाज उठाई थी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्पष्ट कहा है कि बिहार में अभी कोई प्रमंडल नहीं बनेगा। उन्होंने कहा कि यह आंदोलन किसी एक दल का नहीं, बल्कि पूरे जिले की साझा भावना का प्रतीक है।










