बेगूसराय | तारा कॉलेज ऑफ एजुकेशन (बिक्रमपुर, चेरियाबरियारपुर) में सोमवार को रिवाइवल संस्था के सहयोग से 21 दिवसीय नाट्य कार्यशाला का उद्घाटन हुआ। रिवाइवल संस्था के मुख्य संरक्षक सह सचिव नानू बाबू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट राजकिशोर सिंह, अध्यक्ष अमिय कश्यप, सचिव रजनी कुमारी, कार्यशाला के निर्देशक कुमार अभिजीत सहित दीपक कुमार, रंगकर्मी सोनू कुमार, कला संस्कृति मंच के संयोजक पंकज कुमार, तारा कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. संतोष कुमार सिंह ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यशाला का उद्घाटन किया। कार्यशाला 14 सितम्बर तक चलेगी।
अतीत के गौरव गायक हैं नाटककार
रिवाइवल संस्था के मुख्य संरक्षक राजकिशोर सिंह ने कहा कि नाटक पंचम वेद है। नाटककार अतीत का गौरव गायक हैं। वर्तमान के सूक्ष्म द्रष्टा होते हैं। भविष्य के कुशल सारथी होते हैं। इसलिए समाज के दर्पण के रूप में सर्वविदित होते हैं। नाटक से न केवल अभिव्यक्ति का प्रकटीकरण होता है बल्कि भाषा, व्यवहार, संस्कार तथा साहस में भी वृद्धि होती है।









