- तिलरथ में जिजीविषा एजुकेशनल इंस्टीट्यूट का उद्घाटन
- इंस्टीट्यूट में BCA और BBA की होगी पढ़ाई
बेगूसराय | राेजगारपरक शिक्षा समय की जरूरत है। बच्चों का रुझान भी इस ओर बढ़ रहा है। सरकार भी ऐसे कोर्स पर फोकस कर रही है जिसकी पढ़ाई के बाद वे आिर्थक रूप से आत्मनिर्भर हो सकें। ये बातें आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय पटना के कुलसचिव प्रो. (डॉ.) निरंजन प्रसाद यादव ने आदर्श नगर लगौली, नींगा रोड, मौके पर कही। उन्होंने बताया कि यह इंस्टीट्यूट आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय पटना से संबद्ध है और AICTE से मान्यता प्राप्त है।
इससे पहले प्रो. निरंजन यादव, दरभंगा स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के विधान पार्षद सर्वेश कुमार, जवाहर लाल नेहरू कॉलेज डेहरी ऑन सोन, रोहतास के प्राचार्य डॉ. शैलेन्द्र कुमार ओझा और ट्रस्ट की संस्थापक श्रीमती सोहागो देवी ने संयुक्त रूप से इंस्टीट्यूट का उद्घाटन किया। इंस्टीट्यूट के मैनेजिंग डायरेक्टर प्रो. (डॉ.) रामनरेश पंडित रमण, डायरेक्टर इंजी. अभिनव आनंद और ट्रस्ट की अध्यक्ष चेतना ने अतिथियों का सम्मान अंगवस्त्र, बुके, पौधा और स्मृति चिह्न देकर किया। मौके पर जिला परिषद के पूर्व चेयरमैन स्व. रतन सिंह के पुत्र अंकित सिंह ने इंस्टीट्यूट के प्रोसपेक्टस का विमोचन किया।



स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना का यहां भी लाभ मिलेगा
कुलसचिव प्रो. (डॉ.) निरंजन प्रसाद यादव ने कहा कि यहां मेधावी बच्चे बहुत हैं, लेकिन सही प्लेटफार्म नहीं मिलने के कारण वे सही मुकाम नहीं हासिल कर पाते हैं। बच्चे यहां स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के तहत भी पढ़ाई करेंगे। उन्हें फीस के रूप में एक भी पैसा नहीं देना होगा। प्लेटसमेंट संबंधित पूछे सवाल पर उन्होंने कहा कि जो भी कंपनियां विश्वविद्यालय आएंगी उन्हें यहां भी भेजा जाएगा ताकि बच्चों का प्लेसमेंट हो सके। उन्होंने डायरेक्टर इंजी. अभिनव आनंद से आग्रह किया कि वे अगले साल से एमसीए और एमबीए की भी पढ़ाई यहां आरंभ कराएं। हॉस्टल की व्यवस्था करें। बच्चों को स्कॉलरशिप के माध्यम से यह सुविधा नि:शुल्क मिलेगी।
समाज और सरकार को शिक्षण संस्थाएं बनानी चाहिए: सर्वेश कुमार
कार्यक्रम को संबोिधत करते हुए दरभंगा स्नातक क्षेत्र के विधान पार्षद सर्वेश कुमार ने कहा कि जितनी भी शिक्षण संस्थाएं बन सकती हैं, सरकार और समाज को बनानी चाहिए। क्योंकि यह निर्विवाद है कि पढ़ना तो है, पढ़ाना तो है ही चाहे वह अकादमिक हो या वोकेशनल। ग्रामीण परिवेश में BCA और BBA की पढ़ाई शुरू हो रही है, यह अच्छी बात है। इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर इंजीनियर अभिनव आनंद युवा हैं, उनसे अपेक्षाएं हैं। उम्मीद है कि यह संस्थान ऊंचाइयों को छुएगी।

कमियां जल्द दूर कर ली जाएंगी
इंस्टीट्यूट के मैनेजिंग डायरेक्टर प्रो. (डॉ.) रामनरेश पंडित रमण ने कहा कि फिलहाल यहां BBA और BCA की पढ़ाई शुरू हो रही है। यह ग्रामीण इलाका है इसलिए बच्चों को भरसक सुविधाएं देने की कोशिश होगी। अभी शुरुआत है। जो भी कमियां हैं, जल्द से जल्द दूर कर ली जाएंगी।
पढ़ना और पढ़ाने से बेहतर कुछ नहीं : भगवान प्रसाद
शिक्षाविद् डॉ. भगवान प्रसाद सिन्हा ने कहा कि पढ़ना और पढ़ाने से बेहतर कुछ नहीं है। यह संयोग है कि इस इंस्टीट्यूट के मैनेजिंग डायरेक्टर खुद शिक्षाविद् हैं और डायरेक्टर इंजीिनयर अभिनव आनंद के युवा होने के कारण उनमें पोटेंशियल भी है। जब बच्चे यहां से बीसीए और बीबीए की पढ़ाई करके निकलेंगे तो निश्चित रूप से वे नए समाज का निर्माण करेंगे। उद्घाटन समारोह में लनामिवि के पूर्व हिन्दी विभागाध्यक्ष प्रो. राजेंद्र साह, साहित्यकार नरेंद्र कुमार सिंह, इंजीनियर कन्हाई पंडित, एपीएसएम काॅलेज के प्रोफेसर, एनके पंडित, डॉ. शंभू प्रसाद शर्मा, किशोर कुमार, विनीताभ आदि मौजूद थे।












