- गंगा ग्लोबल इंस्टीट्यूट ऑफ टीचर एजुकेशन में प्रेमचंद की 144वीं जयंती मनाई गई
- बीएड कॉलेज के विद्यार्थियों ने ‘कहो कहानी प्रेमचंद की’ प्रतियोगिता में भाग लिया
बेगूसराय | गंगा ग्लोबल इंस्टीट्यूट ऑफ टीचर एजुकेशन में बुधवार को प्रेमचंद की 144वीं जयंती मनाई गई। मौके पर विद्यार्थियों के बीच ‘कहो कहानी प्रेमचंद की’ प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए हिन्दी विभाग की सहायक प्राध्यापक सह कार्यक्रम प्रभारी डॉ. कामायनी कुमारी ने कहा कि प्रेमचंद ने समाज की तत्कालीन परिस्थितियों को अपनी रचनाओं में दर्शाया है। प्राचार्य डॉ. नीजर कुमार ने कहा कि प्रेमचंद ने सामाजिक कुरीतियों को अपनी रचनाओं का आधार बनाया। छात्र व अध्यापकों को इनके व्यक्तित्व व कृतित्व को अवश्य पढ़ना चाहिए।
इस दौरान सत्र 2023-25 के छात्रों ने बडे भाई साहब, पंच परमेश्वर, नमक का दारोगा, मंत्र, ईदगाह, बड़े घर की बेटी, पूस की रात आदि कहानियों का पाठ किया। कुछ ने प्रेमचंद के व्यक्तित्व व कृतित्व पर विचार व्यक्त किए तो कुछ ने कविता पाठ व गायन कर उन्हें याद किया।
प्रतियोगिता में नेहा कुमारी रही प्रथम
प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल में शामिल डाॅ. कामायनी कुमारी, प्रो. अंजली और प्रो. सुधाकर ने सर्वसम्मति से नेहा कुमारी को प्रथम, भारती कुमारी को द्वितीय और हर्षिता कुमारी को तृतीय घोषित किया। सभी प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र देकर पुरस्कृत किया गया। मंच संचालन श्रृष्टि गौतम एवं मोनू कुमार ने किया। धन्यवाद ज्ञापन प्रो. विपिन कुमार ने किया। इस अवसर पर प्रो. सुधाकर पांडेय, प्रो. परवेज यूसुफ, प्रो. अमर कुमार, डॉ. अनीथा एस, डाॅ. अविनाश कुमार, प्रो. कुंदन कुमार, आलोक कुमार व प्रकाश सिन्हा आदि मौजूद रहे।