- बलिया में जनता दरबार के दौरान हुआ हंगामा
- आप के पूर्व जिलाध्यक्ष सैफी ने मुर्दाबाद का नारा लगाया
- आरोपी मो. सैफी को बलिया पुलिस ने हिरासत में लिया
बेगूसराय | केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह पर शनिवार को हमले की कोशिश करने वाले शख्स की पहचान आप पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष मो. सैफी के रूप में हुई है। वह वर्तमान में वार्ड पार्षद है। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। दूसरी ओर, बिहार आप ने हमले की खबर का खंडन किया है। पार्टी के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष अंगेश सिंह ने कहा कि गिरिराज सिंह पर हमला नहीं हुआ है। मोहम्मद सैफी को फंसाया जा रहा है।
क्या कहा केंद्रीय मंत्री गिरिराज ने:-
मैं आपका सांसद नहीं हूं, कहने पर भड़का सैफी: डॉ. मीरा सिंह
आप पार्टी की सदस्य डॉ. मीरा सिंह ने कहा कि सैफी क्षेत्र के प्रतिनिधि हैं। वे कुछ सवाल लेकर सांसद के जनता दरबार में गए थे। कई लोगों की समस्याएं सुनी गईं, लेकिन मो. सैफी की समस्या नहीं सुनी गई। इस सैफी ने कहा कि आप हमारे सांसद हैं, मेरी बात सुननी होगी। गिरिराज सिंह ने कहा कि मैं आपका सांसद नहीं हूं। इसके बाद केंद्रीय मंत्री चलने लगे। इसी दाैरान मो. सैफी ने हाथ उठाकर मुर्दाबाद का नारा लगाया। किसी भी वीडिया फुटेज में सैफी द्वारा हमला किया जाना नहीं दिख रहा है। उल्टे गिरिराज सिंह ने जब सैफी को धक्का दिया तो कार्यकर्ताओं ने भी उसके साथ मारपीट की।
सुनिए, क्या कुछ कहा डॉ. मीरा सिंह ने
पार्टी के जिला प्रभारी शिवदयाल बोले- निष्पक्ष जांच होनी चाहिए
घटना के बाद मीडिया से बात करते हुए आप पार्टी के जिला प्रभारी शिवदयाल ने कहा कि मामले की निष्पक्ष जांच होनी चािहए। अगर मो. सैफी दोषी पाए जाते हैं तो उन पर कार्रवाई हो, लेकिन सैफी से धक्का-मुक्की करने और कार्यकर्ताओं द्वारा उसे पिटवाने में सांसद दोषी पाए जाते हैं तो उन पर भी कानून कार्रवाई होनी चाहिए। जिला प्रशासन निष्पक्ष रूप से जांच करे।
देखें वीडियो :-
पढ़िए, पुलिस ने प्रेस रिलीज में क्या कहा
वहीं, हमले के बाद बेगूसराय पुलिस कार्यालय से जारी प्रेस रिलीज में बताया गया कि जनता दरबार समाप्त होने के बाद बलिया प्रखण्ड परिसर से केंद्रीय मंत्री जाने लगे। तभी एक व्यक्ति मो. सैफी वहां पहुंचे और जबरदस्ती मंत्री से मिलने की कोशिश करने लगे, लेकिन सुरक्षा कारणों से सुरक्षा बलों ने जब उन्हें रोका तो मो. सैफी ने अपमानित करने की नीयत से केंद्रीय मंत्री का नाम लेते हुए मुर्दाबाद का नारा लगाया और धक्का-मुक्की करने लगा। इसके बाद मौजूद पुलिस पदाधिकारी एवं सशस्त्र बलों ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उसे हिरासत में ले लिया।
