- छह माह से सक्षमता उत्तीर्ण शिक्षको की अविलंब पोस्टिंग करो
- वरीयता निर्धारण में पारदर्शिता रखी जाए
- शिक्षा विभाग में हुए महाघोटाला की सीबीआई जांच हो
- जांच के नाम पर शिक्षकों को अपमानित करना बंद करे बिहार सरकार
- शिक्षकों के स्थानान्तरण और पदस्थापना की नीति अविलंब जारी करो
बेगूसराय। नियोजित शिक्षकों ने विभिन्न मांगों को लेकर शनिवार को शिक्षा मंत्री का पुतला फूंका। सक्षमता परीक्षा का परिणाम घोषित हुए छह माह से अधिक समय बीत चुका है। विशिष्ट शिक्षक नियमावली 2023 के तहत सूबे के नियोजित शिक्षकों को सक्षमता परीक्षा उत्तीर्ण करने के उपरांत राज्यकर्मी का दर्जा दिया जाना है। लगातार विलंब को लेकर शिक्षकों में आक्रोश गहरा रहा है। सक्षमता उत्तीर्ण शिक्षको की अविलंब पोस्टिंग, वरीयता निर्धारण में पारदर्शिता, भेदभावमुक्त पदस्थापना और स्थानांतरण नीति, शिक्षा विभाग में हुए महाघोटाला की सीबीआई जांच करने, जांच के नाम पर शिक्षकों के अपमान आदि मांगों को लेकर शिक्षकों ने जिला शिक्षा कार्यालय बेगूसराय के समक्ष शिक्षामंत्री सुनील कुमार का पुतला फूंका।
टालमटोल का रवैया अपना रहा विभाग
पुतला दहन के उपरांत आयोजित नुक्कड़ सभा में शिक्षक संघ गोपगुट के जिला अध्यक्ष मुकेश कुमार मिश्र ने कहा कि सक्षमता उत्तीर्ण शिक्षकों के स्थानान्तरण और पदस्थापना के मसले पर विभागीय रवैया टालमटौल का है। यह परीक्षा में शामिल और उत्तीर्ण शिक्षकों की सरेआम हकमारी है। विभाग सक्षमता उत्तीर्ण शिक्षकों की कांउसलिंग प्रक्रिया को जानबूझकर लंबा खींच रही है। स्थानान्तरण और पदस्थापना के मसले पर बनी कमिटी तय समय बीत जाने के बावजूद न तो समेकित प्रस्ताव दे सकी है और न ही कोई नीति बना सकी है।
विकास मद की राशि में वेंडरों ने मचा रखी है लूट
दूसरी तरफ शिक्षक भर्ती प्रक्रिया एवं विद्यालयों के आधारभूत संरचना संबंधित बेंच डेस्क , समरसेबल समेत विद्यालय विकास मद में बड़े पैमाने पर अराजकता व्याप्त है। विद्यालयों को वेंडरों के हवाले कर दिया गया है। विद्यालय शिक्षा समिति के कानूनी हक मारकर मनमाने ढ़ंग से विद्यालय विकास मद की राशि में पदाधिकारियों के संरक्षण में वेंडरों ने लूट मचा रखी है | विरोध दबाने के लिए शिक्षकों के लोकतांत्रिक हकों को दबाया जा रहा है | उत्तीर्णता तिथि से शिक्षकों को विशिष्ट शिक्षक घोषित करते हुए राज्यकर्मी का दर्जा दिया जाय | जिले के शिक्षक इस मसले पर लामबंद हो रहे हैं | शिक्षक इस मसले पर चुप नहीं बैठेंगे।
विभाग जानबूझकर पोस्टिंग में कर रहा देरी
मौके पर जिला उपाध्यक्ष नीतेश रंजन और अभिनंदन कुमार “सोनुदेव” ने कहा कि शिक्षा विभाग जानबूझकर शिक्षकों के वेतनवृद्धि में कटौती के लिए कांउसिलिंग को लंबा खींचते हुए पोस्टिंग में देरी कर रहा है। विद्यालयों में शिक्षकों की पदरिक्तियों के संबंध में विभाग के पास पर्याप्त जानकारी उपलब्ध है। स्थानांतरण को लेकर कमिटी गठन के दो माह से अधिक समय बीत जाने के बावजूद इस मसले पर जारी विभागीय चुप्पी शिक्षकों में संशय पैदा कर रही है। विशिष्ट शिक्षकों के वरीयता निर्धारण में भी पारदर्शिता का अभाव है। विभागीय पदाधिकारी शिक्षकों के ऐच्छिक स्थानान्तरण के बजाय अनर्गल अलोकतांत्रिक बयानबाजी में जुटे हैं।
सक्षमता उत्तीर्ण शिक्षकों के पदस्थापन की मांग
जिले के सक्षमता उत्तीर्ण नियोजित शिक्षक इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। शिक्षक संघ गोपगुट शिक्षा विभाग से अविलंब सक्षमता उत्तीर्ण शिक्षकों के पदस्थापना की मांग करती है। अन्यथा की स्थिति में, सक्षमता उत्तीर्ण शिक्षकों की कांउसिलिंग पूर्ण करते हुए अविलंब विद्यालय आवंटन करने और सक्षमता उत्तीर्णता तिथि से शिक्षकों को राज्यकर्मी घोषित करने की मां आंदोलन के लिए विवश होंगे।
मौके पर ये लोग मौजूद थे
कार्यक्रम के दौरान जिला उपाध्यक्ष धर्मांशु झा जिला कोषाध्यक्ष रवि कुमार, जिला सचिव सुमित कुमार, रौशन यादव, विकास कुमार सिंह, प्रशांत झा, घनश्याम कुमार, संतोष कुमार सहनी, नीरज नयन, विपुल विक्रम, अजय कुमार साह, जयशंकर कुमार, धर्मेंद्र कुमार, संतोष चौरसिया, निर्दोष कुमार, गौरव कुमार, मुकेश कुमार मिश्र, रामकुमार शर्मा, अभिलाष कुमार, विक्रांत कुमार, जौरेज आलम, राहुल विकास समेत दर्जनों शिक्षक उपस्थित थे |