- उड़ान इंटरनेशनल स्कूल के डायरेक्टर हैं पूर्व विधायक के बेटे सुमन सौरभ
- पुलिस के अनुसार, किसी प्रकार की साइबर ठगी नहीं हुई
बेगूसराय | मटिहानी के जदयू के पूर्व विधायक नरेंद्र कुमार सिंह उर्फ बोगो सिंह के बड़े बेटे सुमन सौरभ काे साइबर अपराधियों ने Digital Arrest कर लिया। पूर्व विधायक के बेटे के अपहरण की जानकारी फैलते ही पुलिस में हड़कंप मच गया। काफी प्रयास और मोबाइल लोकेशन के आधार पर पुलिस ने करीब 7 घंटे बाद सुमन सौरभ को राॅयल हेरिटेज होटल से बरामद कर लिया। पुलिस ने बताया कि सुमन सौरभ से किसी प्रकार का Cyber fraud नहीं हुआ है। सुमन सौरभ को जिस नंबर से फोन से आया था उसकी पड़ताल की जा रही है। उसी आधार पर संबंधित आराेपी के खिलाफ केस दर्ज किया जाएगा।
सदर डीएसपी टू भास्कर रंजन ने बताया कि उड़ान इंटरनेशनल स्कूल के डायरेक्टर सुमन सौरभ से एक साइबर अपराधी ने साइबर फ्रॉड किया था, जिसके बाद वह दोपहर से ही लापता हो गया। मामले की जानकारी लगते ही पुलिस ने कार्रवाई शुरू की और उन्हें रॉयल हैरिटेज होटल से सकुशल बरामद कर लिया गया।
साइबर अपराधियों ने क्राइम ब्रांच का अधिकारी बनकर डराया-धमकाया
डीएसपी ने बताया कि साइबर अपराधियों सुमन सौरभ को डराया-धमकाया कि वह एक होटल के रूम में कैद हो जाए। उसे किसी से बात करने से भी मना किया गया था। साइबर अपराधियों ने क्राइम ब्रांच का अधिकारी बनकर उसे धमकाया, जिससे वह काफी डर गया। वीडियो कॉलिंग कर कहा गया कि इनकम टैक्स छापेमारी या ईडी की रेड कभी भी पड़ सकती है।
स्कूल से दोपहर 1 बजे खाना खाने घर नहीं आया तो हुआ शक
परिजनों ने बताया कि सुमन सौरभ प्रतिदिन सुबह 8 बजे स्कूल जाता था और दोपहर 1 बजे खाना खाने घर आता था। शुक्रवार को वह दोपहर के समय खाना खाने घर नहीं आया। कॉल करने पर भी कोई जवाब नहीं दे रहा था। शाम करीब 5 बजे से लोगों को चिंता होने लगी तो एसपी को मामले से अवगत कराया। इसके करीब 10 मिनट बाद बताया कि लोकेशन जीडी कॉलेज के आसपास का है। कुछ लोगों के साथ यहां आए तो लोकेशन टाउनशिप का बताया गया। यहां से फिर नागदह गए। अंत में लोकेशन रॉयल हेरिटेज होटल में मिला, जहां से पुलिस ने उसे बरामद किया।
पुलिस की वर्दी दिखाकर डराया
परिजन ने बताया कि साइबर फ्रॉड करने वाले ने पुलिस वर्दी पहन रखी थी। उसी का भय दिखाया। साइबर अपराधियों ने सुमन सौरभ से कहा था कि हाथ आगे रखकर मोबाइल कैमरे के सामने चेहरा करके बैठना है। कभी डीएसपी से तो कभी एसपी से बात कराने को कह कर डराया।