- मंगलवार रात 10 बजे दिल्ली एम्स में हुआ निधन
- पिछले 11 दिनों से अस्पताल में थीं भर्ती
- इंडिगो की फ्लाइट से पटना लाया गया शव
- कल जेपी नड्डा पटना आएंगे, करेंगे श्रद्धांजलि अर्पित
पटना | बिहार की मशहूर लोक गायिका शारदा सिन्हा का निधन मंगलवार (5 नवंबर) रात दिल्ली AIIMS में हो गया। उन्होंने 72 साल की उम्र में अंतिम सांस ली। बुधवार को इंडिगो की फ्लाइट से उनका पार्थिव शरीर पटना लाया गया। दोपहर बाद पटना में इनके पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए रखा गया। पटना एयरपोर्ट पर बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विजय सिन्हा आदि मौजूद थे। यहां उन्होंने शारदा सिन्हा को श्रद्धांजलि दी।
इधर, बेटे अंशुमन सिन्हा ने बताया कि गुरुवार को सुबह 8 बजे गुलबी घाट पर मां का अंतिम संस्कार किया जाएगा। करीब डेढ़ माह पहले इसी घाट पर उनके पति ब्रजकिशोर सिन्हा का भी अंतिम संस्कार किया गया था। जानकारी के मुताबिक, शारदा सिन्हा को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी जाएगी। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा गुरुवार शाम शारदा सिन्हा के राजेन्द्र नगर स्थित घर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे।
#WATCH | Bihar: Mortal remains of renowned folk singer Sharda Sinha brought to Patna. Deputy CMs Samrat Choudhary and Vijay Sinha, along with other ministers, have also arrived here.
Her last rites to be performed with full state honours. pic.twitter.com/pyzSjSXLWm
— ANI (@ANI) November 6, 2024
राजकीय सम्मान के साथ दी जाएगी अंतिम विदाई
बिहार सरकार ने शारदा सिन्हा को राजकीय सम्मान देने का फैसला किया है। यह सम्मान उनके योगदान का प्रतीक है। शारदा सिन्हा का निधन निश्चित रूप से एक बड़ा नुकसान है, लेकिन उनकी संगीत की विरासत सदैव हमारे बीच अमर रहेगी।
4 नवंबर को गिरने लगा था ऑक्सीजन लेवल
दिल्ली AIIMS ने बताया कि सेप्टिसीमिया (ब्लड इंफेक्शन) की वजह से शारदा सिन्हा की मौत हुई है। 26 अक्टूबर को ज्यादा तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें दिल्ली AIIMS में भर्ती कराया गया था। 3 नवंबर को हालत में सुधार हुआ तो उन्हें प्राइवेट वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया था, लेकिन 4 नवंबर की शाम उनका ऑक्सीजन लेवल गिरने लगा, जिसके बाद उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था।
ससुराल बेगूसराय में भी शोक की लहर
ससुराल बेगूसराय जिला स्थित सिहमा गांव में भी शोक की लहर है। ससुराल वालों का कहना है कि उनकी बहू बिहार ही नहीं बल्कि राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने गीत के माध्यम से लोगों के बीच मौजूद रहेंगी। उनकी कमी गांव ही नहीं पूरे बिहार को खल रही है। देवर जय किशोर ने बताया कि जब भी वो ससुराल आती थीं तो यहां के लोगों से बातें करती थीं। डेढ़ माह पहले उनके पति ब्रजकिशोर सिन्हा का निधन हो गया था। उस दुख से हमलोग अभी तक पूरी तरह उबरे भी नहीं कि अब भाभी शारदा सिन्हा का स्वर्गारोहण हो गया। शारदा सिन्हा सिर्फ एक गायिका ही नहीं बल्कि बिहार की संस्कृति व आस्था के प्रतीक थीं। उनके निधन से बिहार ने अपनी अनमोल धरोहर खो दी।
#WATCH | Begusarai, Bihar | On the demise of famous folk singer Sharda Sinha, a resident of her in-laws’ village (Sihama village), says, “She was a famous singer in the whole nation. She was honoured with Padma Bhushan. She will remain alive till the songs she had sung will… pic.twitter.com/wYUSP6VgcZ
— ANI (@ANI) November 6, 2024
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने श्रद्धांजलि दी
शारदा सिन्हा का पार्थिव शरीर राजेन्द्र नगर स्थित आवास पर लाया गया। इसके बाद सीएम नीतीश कुमार ने घर पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि शारदा सिन्हा का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। देखें वीडियो :
पीएम मोदी ने कहा – उनके गीतों की गूंज भी सदैव बनी रहेगी
शारदा सिन्हा के निधन पर पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा कि उनके (शारदा सिन्हा) के गाए मैथिली और भोजपुरी के लोकगीत कई दशकों से बेहद लोकप्रिय रहे हैं। महापर्व छठ से जुड़े उनके गीतों की गूंज भी सदैव बनी रहेगी।
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