नई दिल्ली/एजेंसी | हर मुस्लिम के लिए रमजान का महीना खास होता है। एक मार्च शनिवार की शाम चांद के दीदार के साथ रहमत, बरकत का महीना माह-ए- रमजान शुरू हो गया है। 2025 में भारत में पहला रोजा आज 2 मार्च को रखा जाएगा। ईशा की नमाज के बाद शनिवार देर रात से सभी मस्जिदों और घरों के अंदर तरावीह की नमाज का सिलसिला शुरू हो जाएगा। इस दौरान सभी रोजेदार अपने साथ-साथ देश की खुशहाली की दुआ मांगेंगे।
30 दिनों तक रखते हैं रोजा
मुस्लिम समुदाय रमजान के पवित्र महीने में 30 दिनों तक रोजा रखता है। इस दौरान वे सूर्योदय से पहले सहरी (सुबह का भोजन) करते हैं, जो उन्हें दिन भर के उपवास के लिए ताकत देता है। फिर पूरे दिन बिना कुछ खाए-पिए रोजा रखते हैं। सूर्यास्त के बाद वे मगरिब की नमाज पढ़कर खजूर या पानी के साथ अपना रोजा खोलते हैं, जिसे इफ्तार कहते हैं।
30 दिनों को तीन हिस्सों में बांटा गया है
रमजान के 30 दिनों को तीन हिस्सों में बांटा गया है। पहले 10 दिन रहमत, दूसरे 10 दिन बरकत और तीसरे यानी आखिरी 10 दिन मगफिरत के लिए होता है। जो लोग रोजा रखते हैं उनके लिए यह बेहद खास समय होता है। इस दौरान नमाज अदा करना, जकात, सदका आदि करना बहुत ही जरूरी होता है।
