बेगूसराय (बखरी)। भूमाफिया, अपराधी और पुलिस-प्रशासन गठजोड़ के खिलाफ बखरी के कारगिल चौक पर सामाजिक संगठन जन पहल की ओर से महापंचायत का आयोजन किया गया। बखरी नगर परिषद की उपसभापति ज्ञानती देवी की अध्यक्षता व विजय मुखिया के संचालन में आयोजित महापंचायत को जिले के प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ताओं, बुद्धिजीवियों व अधिवक्ता ने संबोधित किया। शुक्रवार देर शाम तक आयोजित महापंचायत को संबोधित करते हुए जन पहल के संयोजक विकास वर्मा ने कहा कि यह बेहद आश्चर्यजनक और चिंताजनक है कि बखरी थाना से महज 50 मीटर की दूरी पर मुस्लिम धोबी समाज के एक बेहद गरीब परिवार के घर-दुकान को भूमाफियाओं, अपराधियों व असामाजिक तत्वों द्वारा दिनदहाड़े लूटकर उसके घर-दुकान को उजाड़ने और जमीन कब्जा करने की कोशिश की गई। उन्होंने कहा कि इस घटना से स्पष्ट है कि बखरी में पुलिस -प्रशासन का भूमाफियाओं, अपराधियों और असामाजिक तत्वों से जबरदस्त सांठगांठ है। पुलिस-प्रशासन से मिलकर भूमाफिया गरीब-गुरबों को उनकी जमीन से उजाड़ने, बेदखल करने, जमीन लूटने का काम कर रहे हैं। उन्होंने पुलिस-प्रशासन को चेतावनी दी कि अगर गरीब-गुरबों, असली जमीन मालिकों को उजाड़ने और उनकी जमीन, दूकान, घर-मकान को लूटने वाले भूमाफियाओं और अपराधियों को संरक्षण देने का काम तुरंत बंद नहीं किया गया तो जनता मजबूर होकर सड़कों पर उतरेगी।

बखरी की धरती भूमि संघर्ष की धरती : काॅ रविन्द्र सिंह
वामपंथी चिंतक-विचारक काॅ रविन्द्र सिंह ने कहा कि बखरी की धरती भूमि संघर्ष की धरती है। यहां लाल झंडा के सिपाहियों ने गरीब-गुरबों के जमीन और हक-हुकूक के लिए बड़े- बड़े महंतों, सामंतो और जमींदारों से लंबी लड़ाई लड़ने का काम किया है। उन्होंने कहा कि भूमाफिया, अपराधी और पुलिस-प्रशासन का गठजोड़ अगर गरीब-गुरबों, दलितों, अल्पसंख्यकों और समाज के कमजोर वर्गों को घर, मकान, जमीन से बेदखल करने और जमीन पर कब्जा करने की कोशिश करेगा तो जनता सड़कों पर उतरेगी और लाल झंडा के सिपाही उसके खिलाफ लड़ाई लड़ेंगे। जन पहल कोर कमेटी के सदस्य सामाजिक कार्यकर्ता संतोष ईश्वर ने कहा कि पूरे बिहार में भूमाफिया, अपराधियों और पुलिस प्रशासन के गठजोड़ द्वारा गरीबों, कमजोर वर्ग के लोगों और असली जमीन मालिकों की जमीन लूटने का खतरनाक खेल चल रहा है। उन्होंने कहा कि इसके खिलाफ समाज के लोगों को एकजुट होकर लड़ने की जरूरत है। जनकवि बाबा दीनानाथ सुमित्र ने कहा कि पुलिस- प्रशासन के कुछ लोग भूमाफिया, अपराधियों और असामाजिक तत्वों से मिले हुए हैं। पुलिस प्रशासन के ऐसे लोगों को चिन्हित कर सरकार को कार्रवाई करनी चाहिए।

गरीब मुस्लिम परिवार को उजाड़ने की कोशिश करने वाला कोई और नहीं बल्कि एक जन प्रतिनिधि : सुरेश सहनी
सीपीआई के सहायक अंचल मंत्री सुरेश सहनी ने कहा कि गरीब मुस्लिम परिवार को उजाड़ने की कोशिश करने वाला कोई और नहीं बल्कि एक जन प्रतिनिधि बखरी नगर वार्ड-17 का पार्षद पति मो. जब्बार और देवर मो. जुबैर है, जिसने दो फर्जी महिलाओं से जमीन रजिस्ट्री करवाकर अपराधियों, असामाजिक तत्वों और पुलिस प्रशासन के साथ मिलकर 112 साल से जमीन पर शांतिपूर्ण तरीके से रहते आ रहे असली जमीन मालिक मो. तैयब साफी और उसके परिवार को उजाड़ने और जमीन से बेदखल करने की कोशिश की है। उन्होंने कहा कि कम्युनिस्ट पार्टी इस अन्याय और अत्याचार के खिलाफ मो. तैयब साफी और उसके परिवार के साथ है।

भूमाफिया को मदद कर रहा पुलिस प्रशासन
विजय मुखिया ने कहा कि पुलिस प्रशासन किस प्रकार भूमाफिया मो. जब्बार और जुबैर को मदद कर रहा है इसका प्रमाण बखरी थाना कांड संख्या -343/2025 है जो सरासर झूठा मुकदमा है, जिसमें तैयब साफी और उसके पूरे परिवार के सात सदस्य नामजद हैं। यह मुकदमा षड्यंत्र के तहत तैयब और उसके परिवार को जमीन से उजाड़ने, बेदखल करने के उद्देश्य से किया गया, जिसमें तैयब साफी एक महीने से जेल में बंद है और पुलिस के डर से पूरा परिवार लापता है। महापंचायत को कोरैय पंचायत के पूर्व मुखिया जयप्रकाश, मौलाना बदूद हाफी, रामश्रय सिंह, एआईएसएफ के रोशन कुमार आदि लोगों ने भी संबोधित किया। महापंचायत के अंत में उपस्थित रामपुर, मक्खाचक गांव के सैकड़ों लोगों ने प्रस्ताव पारित कर मो. तैयब साफी और उसके परिवार के खिलाफ बखरी पुलिस द्वारा दर्ज फर्जी मुकदमा को रद्द करने और उसे जेल से रिहा करने, जमीन हड़पने वाले भूमाफियाओं और अपराधियों को चिन्हित कर उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई करने और पुलिस प्रशासन के लोगों से दलालों, भूमाफियाओं और अपराधियों के इशारे पर काम बंद करने की अपील की।









