बेगूसराय। जनपद के वरिष्ठ साहित्यकार चंद्रकुमार शर्मा बादल की नौवीं पुण्यतिथि शनिवार को नवीन प्राथमिक विद्यालय सिमरिया के प्रांगण में मनाई गई। इस मौके पर उपस्थित साहित्यकारों एवं ग्रामीण बुद्धिजीवियों ने चंद्रकुमार शर्मा बादल के तैल्य चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी। दिनकर पुस्तकालय सिमरिया के तत्वावधान में एक कवि गोष्ठी आयोजित की गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रमोद राय एवं संचालन दिनकर पुस्तकालय के सचिव संजीव फिरोज ने किया। धन्यवाद ज्ञापन साहित्यकार ओम कुमार शर्मा ने किया। अतिथियों का स्वागत करते हुए दिनकर पुस्तकालय के अध्यक्ष विश्वंभर सिंह ने कहा कि चंद्रकुमार शर्मा बादल का योगदान सिमरिया के विकास में भुलाया नहीं जा सकता। वहीं ग्राम रत्न राजेन्द्र राय ने कहा कि सिमरिया के सांस्कृतिक विकास एवं दिनकर जयंती समारोह को मनाने में चंद्रकुमार शर्मा बादल ने अहम भूमिका निभाई।
कवियों ने किया काव्य पाठ
कवि गोष्ठी में पूर्व प्रधानाध्यापक विजय चौधरी ने फूलों की तरह मुस्कुराना जिंदगी है, मुस्कुराकर गम को भुलाना जिंदगी है को सुनाकर खूब वाहवाही लूटी। कवि ए के मनीष ने सौ बार गिरो तुम, जीवन में गिरना कोई बुरी बात नहीं है, उठना तब भी जब देखो कोई साथ नहीं है जैसी धारदार पंक्तियों को सुनाया। विनोद बिहारी ने लोकतंत्र की हो रही हत्या कविता को सुनाया। कवि प्रवीण प्रियदर्शी ने राजनीतिक विषमता पर आधारित परिवर्तन कविता सुनाया। रामानंद यादव ने हमें सोचना पड़ेगा कविता को सुनाकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। मौके पर बबलू दिव्यांशु, रामकिशुन ठाकुर, शिक्षिका रूबी कुमारी सहित देव कुमार, अन्नु कुमारी, मुस्कान कुमारी ने कविता पाठ किया। इस अवसर पर सुनील कुमार सिंह, शिक्षिका मीनाक्षी कुमारी, मंजू कुमारी, अमृत राज समेत स्कूल के छात्र-छात्राएं मौजूद थे।