बेगूसराय। लोहिया नगर स्थित बाइट कंप्यूटर्स ट्रेनिंग सेंटर में शनिवार को “नाट्य कला के क्षेत्र में कंप्यूटर शिक्षा का महत्व“ विषय पर एक सेमिनार आयोजित किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन वरिष्ठ रंगकर्मी और रिवाइवल नाट्य संस्था के सचिव अभिजीत कुमार मुन्ना, संस्थान के निदेशक संजय कुमार सिंह और सामाजिक कार्यकर्ता रोशन कुमार दीप प्रज्ज्वलित कर किया। रंगमंच, रंगकर्म और प्रेक्षागृह के बारे में अभिजीत मुन्ना ने कहा कि रंगमंच में साउंड, लाइट, और कैमरा में एक्सपर्ट टेक्नीशियन काम करते हैं। उनके लिए अलग से इस विषय के कोर्स विभिन्न विश्वविद्यालय में संचालित होते हैं। जिसका आज बहुत डिमांड है। इस कोर्स में ज्यादातर कंप्यूटर से संबंधित सॉफ्टवेयर की पढ़ाई होती है। अतः छात्रों के लिए नाटक के क्षेत्र में भी रोजगार की अपार संभावनाएं हैं। कम-से-कम एक कला के रूप में भी छात्रों को ओर रंगकर्म की ओर उन्मुख होना चाहिए। उन्होंने दिनकर द्वारा रचित रश्मिरथी की पंक्तियों का सस्वर पाठ किया। छात्रों ने नाटक से संबंधित कुछ प्रश्न भी किया जिसका जवाब उन्होंने विस्तार पूर्वक दिया।
कला विहीन मनुष्य पशु के समान होता है : संजय कुमार सिंह
संस्थान के निदेशक संजय कुमार सिंह ने कहा कि कला विहीन मनुष्य पशु के समान होता है। साहित्य, संगीत और रंगकर्म के क्षेत्र में युवाओं को आगे आना चाहिए। तभी हमारा देश विकसित कहलायेगा। कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन करते हुए सामाजिक कार्यकर्ता बच्चों की पाठशाला के संयोजक रोशन कुमार ने कहा कि इस तरह के आयोजनों से छात्रों का सर्वांगीण विकास होता है। कंप्यूटर प्रशिक्षण आज सभी छात्रों के लिए एक अति आवश्यक कोर्स हो गया है। मौके पर संस्थान के प्रशिक्षक प्रथम परमार, खुशी, सक्षम, प्रेम सहित 100 से अधिक छात्र एवं छात्रा उपस्थित थे।
