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डिजिटली युग में कंप्यूटर शिक्षा ऑप्शनल नहीं अनिवार्य है

जिला कंप्यूटर केंद्र में गुरुवार को प्रमाण-पत्र वितरण समारोह का आयोजन किया गया। मौके पर वीपीएस कंप्यूटर द्वारा प्रशिक्षित बच्चों को प्रमाण पत्र दिया गया।
छात्रा को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित करते अतिथि।
  • वीपीएस कंप्यूटर द्वारा संचालित जिला कंप्यूटर केंद्र में प्रमाण पत्र बांटे गए
  • ट्रीपल-सी पासआउट बच्चों के बीच प्रमाण पत्र बांटे गए

बेगूसराय | हम डिजिटल युग में हैं। आप यात्रा पर निकलते हैं तो डिजिटल सहयोग से गंतव्य तक पहुंचते हैं। पैसे का लेन-देन डिजिटल हो रहा है। ऐसे में बच्चों को यह समझने की जरूरत है कि कंप्यूटर  शिक्षा ऑप्शनल नहीं अनिवार्य है। ये बातें जिला सूचना विज्ञान पदाधिकारी (डीआइओ) मनीष कुमार मिश्रा ने कहीं। अवसर था वीपीएस कंप्यूटर द्वारा संचालित जिला कंप्यूटर केंद्र में प्रमाण पत्र वितरण सह मार्गदर्शन समारोह का।
इससे पूर्व डीआइओ मनीष कुमार मिश्रा, आर्यभट्‌ट के निदेशक प्रो. अशोक कुमार सिंह अमर, डीआरएम आईआरए प्रोजेक्ट ज्योतिरादित्य, वीपीएस कंप्यूटर के निदेशक वीएन ठाकुर व वीपीएस कंप्यूटर के महाप्रबंधक ललन कुमार सिंह, मार्केटिंग मैनेजर संतोष कुमार ने संयुक्त रूप से कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन किया।

शिक्षा कोई भी हो, गुणवत्ता जरूरी : प्रो. अशोक

प्रो. अशोक कुमार सिंह अमर।

आर्यभट्‌ट के निदेशक प्रो. अशोक कुमार सिंह अमर ने कहा कि शिक्षा कोई भी हो, उसमें गुणवत्ता जरूरी है। दावे के साथ कहा जा सकता है कि इस मामले में वीपीएस कंप्यूटर के संस्थापक सह निदेशक वीएन ठाकुर ने कभी कोई समझौता नहीं किया। श्री ठाकुर जब बेगूसराय आए थे तो कंप्यूटर शिक्षा के बारे में आमलोग नहीं जानते थे। 1994 में उन्होंने पहला कंप्यूटर संस्थान खोला था। आज उनके हजारों छात्र-छात्राएं रोजगार हासिल कर चुके हैं।

घर से बाहर तक सबकुछ डिजिटल : ज्योतिरादित्य
डीआरएम आईआरए प्रोजेक्ट ज्योतिरादित्य ने कहा कि जब घर से बाहर निकलते हैं तो डिजिटली ट्रैफिक कंट्रोल से सामना होता है। आज जो वाहन व बाइक बाजार में आ रहे हैं उनका सिस्टम कंप्यूटराइज्ड है। इसी से कंप्यूटर शिक्षा की महत्ता को समझ सकते हैं।

इस तरह पढ़ें कि समाज के लिए रोल मॉडल बनें : ठाकुर

वीएन ठाकुर

वीपीएस कंप्यूटर के निदेशक वीएन ठाकुर ने कहा कि कंप्यूटर के बिना शिक्षा अधूरी है। मोबाइल भी कंप्यूटर का ही एक रूप है। इसका लाभ है तो नुकसान भी। यह आप पर निर्भर करता है कि मोबाइल का कैसे इस्तेमाल करते हैं। उन्होंने कहा कि यहां न सिर्फ कंप्यूटर की शिक्षा दी जाती है बल्कि बहुमुखी प्रतिभा का भी निर्माण किया जाता है। उन्होंने कहा कि आप इस तरह पढ़िए कि समाज के लिए रोल मॉडल बन जाएं।

इन विद्यार्थियों को दिया गया प्रमाण पत्र

प्रमाण पत्र वितरण समारोह के दौरान मौजूद लोग।

प्रमाण पत्र पाने वालों में जयंती कुमारी, शबाना खातून, अंजलि सिन्हा, नीरज कुमार, प्रहलाद कुमार, मनीषा कुमारी, मनोरमा कुमारी, तुलसी कुमारी, आयुष कुमार, काजल कुमारी ब्यूटी कुमारी, नवनीत कुमार, साक्षी, श्वेता, सदमा तबस्सुम आदि शामिल हैं। कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत व धन्यवाद ज्ञापन ललन कुमार सिंह ने किया। मंच संचालन सोबिया शमीम एवं आसमां नाज ने किया। शालिनी प्रिया, आयुषी, मुस्कान, निशा ने स्वागत गान प्रस्तुत किया। कार्यक्रम के सफल आयोजन में जिला कंप्यूटर केंद्र प्रभारी सोनू राज पाठक, कार्यालय प्रभारी निशा भारती, शिक्षिका प्रियंका कुमारी का अहम योगदान रहा।

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Author: newsvistabih

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