- भतीजी सजल सिंधु से शिव शक्ति ने की लव मैरिज
- थाने पहुंचा मामला तो दोनों ने रखा अपना पक्ष
- सहायक लोक स्वच्छता एवं प्रबंधन पदाधिकारी के मोबाइल से बनाया गया था पहला वीडियो
- तीन सदस्यीय जांच कमेटी ने मेयर पिंकी देवी को सौंप दी है अपनी रिपोर्ट
- मेयर ने नगर आयुक्त को दो दिनों के अंदर कार्रवाई करने को कहा
बेगूसराय | जिले में एक अनोखी प्रेम कहानी इन दिनों चर्चा में है। यहां के नगर निगम के उप नगर आयुक्त शिव शक्ति कुमार (31) ने भतीजी सजल सिंधु (24) से ही प्रेम विवाह रचाया है। हालांकि सजल के परिजनों ने वैशाली थाने में शिव शक्ति के खिलाफ अपहरण का केस दर्ज कराया था। इसके बाद दोनों ने 14 अगस्त को खगड़िया के कात्यायनी मंदिर में शादी कर ली। अब 17 अगस्त को इन दोनों ने एक साझा वीडियो जारी कर अपनी प्रेम कहानी सब को बताई है। वीडियो में सजल ने कहा है कि प्यार करके हमने कोई गुनाह नहीं किया है। 12वीं क्लास से ही हमारा अफेयर चल रहा था। बता दें कि शिव शक्ति और सजल दोनों वैशाली जिले के एक ही गांव के रहने वाले हैं। दोनों रिश्ते में चाचा-भतीजी हैं।
लड़की के चाचा ने मेयर से शिकायत की थी
सजल के चाचा अरुण कुमार निराला ने नगर निगम की मेयर पिंकी देवी और नगर आयुक्त सत्येंद्र कुमार सिंह से मिलकर शिकायत की थी। बताया था कि शिव शक्ति रिश्ते में चचेरे भाई हैं और उन्होंने उनकी बेटी का अपहरण कर लिया है।
मेयर ने जांच टीम बनाई थी, आयुक्त को 18 अगस्त तक करनी थी कार्रवाई
मेयर ने इस मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम गठित की थी। जांच टीम ने अपनी रिपोर्ट मेयर को सौंप दी है। मेयर पिंकी देवी ने जांच रिपोर्ट मिलने के बाद 16 अगस्त को नगर आयुक्त काे दो दिन के अंदर कार्रवाई करने को कहा था।
सहायक लोक स्वच्छता एवं प्रबंधन पदाधिकारी के मोबाइल से वीडियो शूट किया था
जांच कमेटी ने रिपोर्ट में इस बात का खुलासा किया है कि उप नगर आयुक्त शिव शक्ति ने 12 अगस्त को जो वीडियो जारी किया था उसे सहायक लोक स्वच्छता एवं प्रबंधन पदाधिकारी अनुराग कुमार के मोबाइल से शूट किया गया था। पूछताछ के दौरान अनुराग कुमार ने बताया कि उप नगर आयुक्त ने उससे 10 मिनट के लिए मोबाइल मांगा था। वीडियो को लड़की के साथ आए एक युवक ने रिकॉर्ड किया था। बता दें कि उप नगर आयुक्त और सहायक लोक स्वच्छता एवं प्रबंधन पदाधिकारी दोनों का आवास हेमरा में एक ही परिसर में है।
मात्र 19 सेकेंड का वीडियो… कुछ और इशारा करता है
जांच कमेटी ने बताया कि 12 अगस्त को जारी किया गया वीडियो मात्र 19 सेकेंड का है। वीडियो के आखिरी में उप नगर आयुक्त ठीक है, कहकर रुकवा देते हैं। इससे लगता है कि वीडियो बनाने में उप नगर आयुक्त की केवल स्वीकृति ही नहीं बल्कि उनके द्वारा लड़की पर दबाव डालकर इसे रिकॉर्ड कराया गया है। हालांकि इस बात की पुष्टि पुलिस ही कर सकती है कि लड़की को बहला-फुसलाकर यहां लगाया गया या वह खुद आई थी।
देखने वाली बात… आगे क्या होता है
गौर करने वाली बात यह है कि उप नगर आयुक्त शिव शक्ति और सजल सिंधु दोनों बालिग हैं। थाने में अपहरण का मामला दर्ज है। देखना होगा कि कोर्ट या फिर पुलिस के सामने पेश होने के बाद लड़की का बयान बदलता है या यही रहता है। अगर बयान नहीं बदला तो अधिकारी जेल जाने से बच जाएंगे, लेकिन नगर निगम की जांच कमेटी ने जो रिपोर्ट पेश की है उस आधार पर क्या कार्रवाई होती है। यह भी देखना दिलचस्प होगा कि क्या सहायक लोक स्वच्छता एवं प्रबंधन पदाधिकारी अनुराग कुमार पर भी कोई अनुशासनिक कार्रवाई होगी?
