- एडीपीसी को शीघ्र हटाने हेतु डीईओ कार्यालय के समक्ष एबीवीपी करेगी प्रदर्शन एवं हस्ताक्षर अभियान
बेगूसराय। शिक्षा विभाग के सर्वे सर्वा के बिना जानकारी एवं अनुमति के समग्र शिक्षा कार्यालय में वर्षों से कार्य कर रहे भंडारपाल, आदेशपाल, सफाईकर्मी के रूप में कार्यरत बलवंत कुमार, दीपक पासवान , और जमादार रजक को हटाकर सुबोध कुमार, संजीत कुमार और मिथुन कुमार को एडीपीसी ने रख लिया और जिला शिक्षा पदाधिकारी को इसकी सूचना तक नहीं दी l
हस्ताक्षर अभियान चलाएगी एबीवीपी
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद को जैसे ही इस अनियमितता की जानकारी हुई, कार्यकर्ताओं ने आंदोलन का रुख अख्तियार कर लिया। जिले के शैक्षणिक संस्थानों में सदस्यता करते हुए प्रदेश कार्यकारी परिषद के विशेष आमंत्रित सदस्य अजीत चौधरी ने कहा कि रात्रि प्रहरी एवं साफ-सफाई के नाम पर जिले में एक बहुत बड़ा शैक्षणिक घोटाला हुआ है जिसमें डीपीओ समग्र शिक्षा एवं एडीपीसी का हाथ है। आज जिस प्रकार से साफ-सफाई एवं नाइट गार्ड के नाम पर पैसे की निकासी हो रही है और अधिकांश विद्यालयों में कार्य नहीं हो रहा है तथा एजेंसियों पर किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं होना यह दर्शाता है कि समग्र शिक्षा कार्यालय ऐसे एजेंसियों पर मेहरबान है। विद्यार्थी परिषद इसको लेकर हस्ताक्षर अभियान एवं प्रदर्शन करेगी।
एबीपीपी ने नियुक्ति को रद्द करने की मांग की
राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य पुरुषोत्तम कुमार ने कहा कि 18 प्रखंड के बीआरसी में एमटीएस के पद पर विभिन्न माध्यमों से कर्मियों की नियुक्ति हुई है l जिला शिक्षा पदाधिकारी जिला के शिक्षा विभाग के सर्वे सर्वा होते हैं किंतु बिना उनकी अनुमति के इतने बड़े स्तर पर एडीपीसी की मनमानी के कारण नियुक्ति हो रही है l विद्यार्थी परिषद इसके जांच की मांग करती है l एबीवीपी ने एक सप्ताह पूर्व बिहार शिक्षा परियोजना के निदेशक को पत्र लिखकर एडीपीसी को शीघ्र यहां से हटाने की मांग भी की है । हमारे मांग पर कार्रवाई भी हो रही है लेकिन जिले के इस शैक्षणिक परिदृश्य के गिरावट के खिलाफ हम एडीपीसी एवं डीपीओ समग्र शिक्षा के भ्रष्टाचारी कार्य की जांच के लिए हस्ताक्षर अभियान एवं प्रदर्शन करेंगे अन्यथा जिला शिक्षा पदाधिकारी एवं जिलाधिकारी शीघ्र इन्हें पद से हटाए तथा उनके कार्यकाल के सभी वित्तीय मामले की जांच करें। इस अवसर पर एबीवीपी कार्यकर्ता धनेश्वर कुमार ने कहा कि छात्र-छात्राओं के साथ-साथ शिक्षक एवं शैक्षणिक क्षेत्र की विभिन्न समस्याओं के समाधान के लिए विद्यार्थी परिषद का कार्य लगातार जारी रहेगा। भ्रष्टाचारियों को विद्यार्थी परिषद के नाम से ही खलबली होने लगती है। किसी भी हाल में जिले की शैक्षणिक व्यवस्था को हम गिरने नहीं देंगे।
