- सुप्रीम कोर्ट की 75वीं वर्षगांठ पर नया झंडा और प्रतीक चिह्न जारी किया गया
- सुप्रीम कोर्ट के नए झंडे पर ‘यतो धर्मस्य ततो जय:’ लिखा है
एजेंसी | राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने रविवार को सुप्रीम कोर्ट की 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में उसके नए ध्वज और प्रतीक चिन्ह का अनावरण किया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि त्वरित न्याय सुनिश्चित करने के लिए न्यायालयों में ‘स्थगन की संस्कृति’ को बदलने के लिए प्रयास किए जाने की आवश्यकता है। मुर्मू ने भारत मंडपम में आयोजित जिला न्यायपालिका के दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन के समापन समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि न्यायालयों में लंबित मामलों का होना ‘हम सभी’ के लिए एक बड़ी चुनौती है।
President Droupadi Murmu graced the valedictory session of the two-day National Conference of District Judiciary, organised by the Supreme Court of India, in New Delhi. The President said that there are many challenges before our judiciary which will require coordinated efforts… pic.twitter.com/xeD5jUIcNc
— President of India (@rashtrapatibhvn) September 1, 2024
तारीख पर तारीख की संस्कृति बदलने की जरूरत
राष्ट्रपति ने कहा कि न्याय की रक्षा करना देश के सभी न्यायाधीशों की जिम्मेदारी है। अदालती माहौल में आम लोगों का तनाव का स्तर बढ़ जाता है। उन्होंने इस विषय पर अध्ययन का भी सुझाव दिया। उन्होंने महिला न्यायिक अधिकारियों की संख्या में वृद्धि पर भी प्रसन्नता व्यक्त की। कार्यक्रम में प्रधान न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ और केंद्रीय कानून एवं न्याय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अर्जुन राम मेघवाल भी शामिल हुए। अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि तारीख पर तारीख की सामान्य धारणा को तोड़ने के लिए सामूहिक प्रयास की जरूरत है। इससे न्यायपालिका के प्रति लोगों का विश्वास और मजबूत होगा।
जानिए, क्या है नए झंडे की खासियत
सुप्रीम कोर्ट के इस नए ध्वज में संस्कृत श्लोक ‘यतो धर्मस्ततो जयः’ लिखा है। इसका मतलब होता है जहां धर्म है, वहां विजय होगी। के सबसे ऊपर अशोक चक्र, बीच में सुप्रीम कोर्ट की बिल्डिंग और सबसे नीचे संविधान की किताब है। इस नए ध्वज और प्रतीक चिह्न का इस्तेमाल क्रॉस टेबल फ्लैग, सिंगल टेबल फ्लैग, कार फ्लैग, पोल फ्लैग और वुडन फ्रेम में भी किया जाएगा।
#WATCH | Delhi: President Droupadi Murmu unveiled a new flag and insignia for the Supreme Court to commemorate its 75th anniversary. pic.twitter.com/sn40tB2Y9b
— ANI (@ANI) September 1, 2024
