- डॉ. रामरेखा की पुस्तक पुण्य की लूट पर व्याख्यान आयोजित
बेगूसराय | जिला साहित्य अकादमी और प्रलेस के संयुक्त तत्वावधान में शनिवार को कर्मचारी महासंघ भवन में डॉ. रामरेखा की पुस्तक पुण्य की लूट पर व्याख्यान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉक्टर सीताराम सिंह प्रभंजन और संचालन शगुफ्तार ताजवर ने किया।
मुख्य वक्ता पटना विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग के पूर्व अध्यक्ष डॉ. तरुण कुमार ने कहा कि सत्य को उजागर करने का महत्वपूर्ण हथियार है व्यंग्य। व्यंग्यकार समाज को सभ्य बनाने का काम करते हैं। पुण्य की लूट में समाज की विडम्बना को दर्शाया गया है। प्रलेस के पूर्व महासचिव राजेन्द्र राजन ने कहा कि डॉ. रामरेखा ने कबीर की परंपरा को आगे बढ़ाने का काम किया है।
लनामिवि के हिन्दी विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ. चंद्रभानु प्रसाद सिंह ने कहा कि व्यंग्यकार पाठकों को संवेदनशील बनाता है। जीवछ कॉलेज, मोतीपुर मुजफ्फरपुर के प्राचार्य डॉ. रामनरेश पंडित रमण ने कहा कि व्यंग्य विधा को साहित्य में प्रतिष्ठापित करने का कार्य हरिशंकर परसाई ने किया। पुण्य की लूट की सारी रचनाएं सामाजिक संदर्भ पर आधारित हैं। धन्यवाद ज्ञापन अधिवक्ता दुर्गा प्रसाद राय ने किया।
