- गंगा ग्लोबल मैनेजमेंट कॉलेज में ग्रामीण पशु चिकित्सकों के लिए आयोजित हुआ प्रशिक्षण शिविर
- अधिक से अधिक बछिया पैदा करने के लिए दी गई सेक्स्ड सीमेन के उपयोग की जानकारी
बेगूसराय | सेक्स्ड सीमेन तकनीक से गाय और भैंस से बछिया पैदा करने की संभावना 90% तक बढ़ जाती है। मादा पशुओं की संख्या बढ़ने से जहां दूध उत्पादन में इजाफा होगा वहीं बछड़ों की संख्या घटने से खेतों में फसलें ज्यादा सुरक्षित होंगी। समय बदलने के साथ ही खेती के तकनीक में कई क्रांतिकारी परिवर्तन आए हैं। तकनीकी क्रांति के कारण बैलों की उपयोगिता अब समाप्त सी हो गई है। गाय या भैंस अगर बछड़ा पैदा करती है तो किसानों पर आर्थिक बोझ ही बढ़ता है। और अगर किसान सेक्स्ड सीमेन का इस्तेमाल करते हैं तो बछिया पैदा होने के साथ ही उच्च गुणवत्ता वाले पशुओं की नस्ल में सुधार संभव है और किसान आर्थिक सम्पन्न होंगे। ये बातें पुणे से आए विशेषज्ञ डॉ. परीक्षित देशमुख और डॉ. सुनील कुमार ने कही। मौका था रमजानपुर स्थित गंगा ग्लोबल मैनेजमेंट कॉलेज (एमबीए) के सभागार में कृत्रिम गर्भाधान कराने वाले प्रशिक्षित ग्रामीण पशुओं चिकित्सकों के एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का। शिविर का आयोजन शाम्हो कैटल ब्रीड फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड की ओर से किया गया था।
दूध उत्पादन के क्षेत्र में भारत विश्व में नंबर वन : डॉ. देशमुख ने बताया कि दूध उत्पादन में 25 प्रतिशत योगदान के साथ भारत पहले स्थान पर है। भारत ने वर्ष 2023-24 में 239.2 मिलियन टन दूध उत्पादन किया। भारत 1998 से दूध उत्पादन में नंबर वन रहा है। उन्होंने पशु चिकित्सकों को बताया कि पशुओं को सेक्स्ड सीमेन कब, कैसे और क्यों देना चाहिए।

… तो फिर से आएगी श्वेत क्रांति : डॉ. सुनील कुमार ने कहा कि सेक्स्ड सीमेन के इस्तेमाल से दूध का उत्पादन 50 प्रतिशत तक बढ़ा है। अगर पशुपालकों का सहयोग रहा तो निश्चित रूप से देश में एक बार फिर से श्वेत क्रांति आएगी। वर्ष 2017 में 2000 रुपए में एक यूनिट सीमेन मिलता था, लेकिन अब कई प्रदेशों में सरकार सब्सिडी दे रही है। किसानों को कम मूल्य पर सेक्स्ड सीमेन उपलब्ध हो रहा है।
बरौनी डेयरी 190 रुपए में उपलब्ध करा रही सेक्स्ड सीमेन : कार्यक्रम के आयोजक संस्था के अध्यक्ष एमएलसी सर्वेश कुमार ने कहा कि 2019 में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने जब पहल की तो सरकार ने सब्सिडी देना शुरू किया। केंद्रीय मंत्री ने एबीएस कंपनी से मिलकर एक तरफ जहां कीमत में कमी लाने को लेकर सार्थक प्रयास किया है वहीं दूसरी ओर उन्होंने केंद्र एवं राज्य सरकार को सब्सिडी देने के लिए भी राजी किया है। इसी का नतीजा है कि अब बरौनी डेयरी मात्र 190 रुपए में सेक्स्ड सीमेन उपलब्ध करा रही है।

सूत्रधार हो सकता है बेगूसराय जिला : सर्वेश कुमार ने उपस्थित ग्रामीण पशु चिकित्सकों से कहा कि यदि आपलोग पांच से सात साल तक लगातार सिर्फ बछिया पैदा हो इसके लिए तकनीकी सहयोग एवं किसानों को जागरूक करें तो दूध के क्षेत्र में बेगूसराय क्रांति का सूत्रधार हो सकता है। कार्यशाला को नाबार्ड की डीडीएम डॉ. राखी कुमारी, बेगूसराय जिला पशुपालन अधिकारी डॉ. राकेश कुमार ने भी संबोधित किया। कार्यशाला के अंत में सभी पशु चिकित्सकों को प्रमाण पत्र दिया गया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. सबाहत अंजुम ने किया। धन्यवाद ज्ञापन गंगा ग्लोबल मैनेजमेंट कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सुधा झा ने किया।
