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विद्वता और सरल स्वभाव के लिए हमेशा याद किए जाएंगे डॉ. रामकुमार सिंह

जिले के जाने माने गणितज्ञ, जीडी कॉलेज के पूर्व प्राचार्य डॉ. रामकुमार सिंह का बुधवार सुबह 8.30 बजे कचहरी रोड स्थित आवास पर निधन हो गया। वे 81 वर्ष के थे।
  • जीडी कॉलेज के पूर्व प्राचार्य डॉ. रामकुमार सिंह का निधन
  • पिछले कुछ वर्षों से चल रहे थे बीमार

बेगूसराय | जिले के जाने माने गणितज्ञ, जीडी कॉलेज के पूर्व प्राचार्य डॉ. रामकुमार सिंह का बुधवार सुबह 8.30 बजे कचहरी रोड स्थित आवास पर निधन हो गया। वे 81 वर्ष के थे। वे कुछ वर्षों से बीमार चल रहे थे। उनकी मृत्यु ने शिक्षा जगत में एक शून्य पैदा कर दिया है। निधन का समाचार सुनने के बाद श्रद्धांजलि देने वालों का दिनभर तांता लगा रहा। मूल रूप से नावकोठी निवासी डॉ. सिंह अपने पीछे भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं। उनकी पत्नी डाॅ. स्वपना चौधरी श्रीकृष्ण महिला काॅलेज की प्राचार्य रह चुकी हैं।  उनकी दो बेटियां चिकित्सक हैं जबकि एक बेटी कंपनी चलाती है। बेटियां लंदन, मुंबई और दिल्ली रहती हैं। डॉ. रामकुमार सिंह का अंतिम संस्कार सिमरिया घाट पर किया गया। डॉ. रामकुमार के निधन के बाद श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। जीडी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. राम अवधेश कुमार ने कहा कि डॉ. रामकुमार सिंह का निधन एक अपूरणीय क्षति है। उनकी विद्वता और सरल स्वभाव के लिए उन्हें हमेशा याद किया जाएगा। डॉ. डीपी चौधरी, डॉ. सच्चिदानंद सिंह, डॉ. अंजनी कुमार, प्रो. सत्यदेव कुमार, पूर्व प्राचार्य अशोक कुमार सिंह अमर, महापौर पिंकी देवी, पूर्व महापौर उपेंद्र प्रसाद सिंह, पूर्व विधायक अमिता भूषण, प्रो. लाल बहादुर सिंह आदि ने भी शोक संवेदना व्यक्त की।

इन पदों का किया निर्वाह : डॉ. रामकुमार सिंह जीडी कॉलेज शिक्षक संघ के सचिव, एसबीएसएस कॉलेज के फाउंडर प्रिंसिपल, एपीएसएम कॉलेज, बरौनी के गणित विभाग के विभागाध्यक्ष, मिथिला विश्वविद्यालय के पीजी के विभागाध्यक्ष रहे। इसके साथ ही अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में जिला प्रमुख, विभाग प्रमुख एवं प्रदेश उपाध्यक्ष जैसे दायित्वों का भी निर्वहन किया।

पढ़िए, किसने क्या कहा डॉ. रामकुमार सिंह के बारे में

सहकर्मियों के थे मददगार : लाल बहादुर सिंह
डॉ. रामकुमार सिंह के सहकर्मी सीनेट सदस्य लाल बहादुर सिंह ने एक घटना की चर्चा करते हुए कहा कि जीडी कॉलेज के अंग्रेजी विभागाध्यक्ष प्रो. कमलेश कुमार की पत्नी की मौत सड़क हादसे में हो गई। इसकी जानकारी जैसे ही रामकुमार सिंह को लगी वे कमलेश कुमार के घर पहुंच गए। रात भर प्रो. कमलेश कुमार के घर जमे रहे। इस घटना की आज भी लोग याद कर भावुक हो जाते हैं। डॉ. रामकुमार सहकर्मियों के लिए हमेशा मददगार की तरह खड़े रहे।

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हिमांशु शेखर

17 वर्षों से पत्रकारिता का सफर जारी। प्रिंट मीडिया में दैनिक भास्कर (लुधियाना), अमर उजाला (जम्मू-कश्मीर), राजस्थान पत्रिका (जयपुर), दैनिक जागरण (पानीपत-हिसार) और दैनिक भास्कर (पटना) में डिप्टी न्यूज एडिटर के रूप में कार्य करने के बाद पिछले एक साल से newsvistabih.com के साथ डिजिटल पत्रकारिता।
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