
बेगूसराय | सरकारी विभाग खासकर शिक्षा विभाग और खेल विभाग में सामंजस्य का अद्भुत उदाहरण है अर्द्ध वार्षिक परीक्षा और जिला स्तरीय विद्यालय खेल प्रतियोगिता। एक ओर प्रदेश के सरकारी विद्यालयों में कक्षा 8 तक की अर्द्ध वार्षिक परीक्षा 10 से 18 सितंबर तक आयोजित होगी वहीं जिला स्तरीय विद्यालय खेल प्रतियोगिता भी 11 सितंबर से आयोजित है। CBSE-ICSE बोर्ड वाले विद्यालयों में इसी दरम्यान परीक्षाएं होंगी। अब ऐसी स्थिति में बच्चे परीक्षा देने विद्यालय जाएंगे या फिर खेल प्रतियोगिता में भाग लेंगे? जिला स्तरीय विद्यालय sports प्रतियोगिता में रजिस्ट्रेशन की अंतिम तारीख 10 सितंबर निर्धारित है।
DEO ने भी पत्र को अग्रसारित करने में भलाई समझी : तुर्रा यह कि इस संबंध में जिला शिक्षा पदािधकारी मनोज कुमार ने भी बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के महानिदेशक के पत्र को अग्रसारित करना ही बेहतर समझा। उन्होंने खेल प्रतियोगिता के संबंध में 1 सितंबर को सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के साथ-साथ सभी सरकारी और CBSE-ICSE बोर्ड वाले विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को पत्र भेजा। पत्र के 11 नंबर बिंदु में कहा गया है कि जिस विद्यालय की जिला स्तरीय प्रतियोगिता में सहभागिता नहीं होगी, वहां के प्रधानाध्यापक, शारीरिक शिक्षक और प्रभारी शारीरिक शिक्षक जिम्मेवार माने जाएंगे। जब इस संबंध में डीईओ मनोज कुमार से जानकारी ली तो उन्होंने कहा कि मामले को दिखवाते हैं। दोनों विभाग के उच्च अधिकारियों को मामले से अवगत कराने के बाद आगामी निर्णय लेंगे।
डीईओ की ओर से खेल प्रतियोगिता को लेकर जारी किया गया पत्र
जिला स्तरीय विद्यालय खेल 2025-26 निबंधन हेतु
सरकारी विद्यालयों के समक्ष दुविधा : कुछ सरकारी विद्यालयों के प्रधानाध्यापक ने इस संबंध में कहा कि दोनों विभागों के बीच सामंजस्य होना चाहिए। बिना देखे कैलेंडर नहीं बनाना चाहिए। आदेश की अवहेलना पर कार्रवाई झेलनी पड़ती है। प्राथमिक और मध्य विद्यालयों के प्रधानाध्यापक के पास ऐसी कोई शक्ति नहीं कि वे खेल प्रतियोगिता में भाग लेने वाले बच्चों के लिए अलग से परीक्षा की व्यवस्था कर सकें। अगर वे स्वविवेक ऐसा कुछ करते हैं और अधिकारी ने सवाल कर दिया कि आपने ऐसा क्यों किया तो वे कार्रवाई में उलझ जाएंगे।
शारीरिक शिक्षक दीपक कुमार दीप ने क्या कहा : खेल प्रतियोगिता और अर्द्ध वार्षिक परीक्षा की तिथि को लेकर जब कार्यालय में प्रतिनियुक्त किए गए शारीरिक शिक्षक दीपक कुमार दीप से जानना चाहा तो उन्होंने कहा कि खेल प्रतियोगिता और परीक्षा दोनों होगी। स्कूल के प्रधानाध्यापक व्यवस्था कर लेंगे। बीईओ इस संबंध में उन्हें जरूर निदेशित करेंगे।
अर्द्ध वार्षिक परीक्षा को लेकर डीईओ कार्यालय से जारी पत्र
एक समस्या यह भी : जिले की सूची में तीरंदाजी शामिल नहीं : दो साल पहले तक जिला स्तरीय विद्यालय sports प्रतियोगिता में तीरंदाजी विधा शामिल थी, लेकिन अब उसे शामिल नहीं किया गया है। जबकि इस विधा में जिले में करीब 45 बच्चे हैं। ऐसे स्कूल जहां तीरंदाजी का प्रशिक्षण दिया जाता है वहां के स्पोर्ट्स टीचरों ने इस संबंध में अपनी आपत्ति दी है, लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई है। जिला खेल विभाग के अधिकारी ने मौखिक रूप से कहा है कि आप बच्चों को लेते आइए, प्रतियोगिता करवा देंगे, लेकिन अभिभावकों का कहना है कि जब तक इस संबंध में पत्र नहीं निकलता है वे इसे आधिकारिक सूचना कैसे मान लें। अभिभावकों ने कहा कि प्रतियोगिता में ऐसे-ऐसे खेल को शामिल किया गया है जिसके प्रशिक्षक जिले में हैं ही नहीं। इस संबंध में जिला तीरंदाजी संघ के अध्यक्ष संजय गौतम ने कहा कि उन्होंने जिला खेल पदाधिकारी श्याम सहनी के समक्ष आपत्ति दर्ज कराई है, देखते हैं क्या होता है। उन्होंने खेल मंत्री को भी इस संबंध में पत्र दिया है। वहीं जिला खेल पदाधिकारी श्याम सहनी ने पूछे जाने पर बताया कि परीक्षा संबंधी तिथि को लेकर किसी भी शिक्षक ने आपत्ति नहीं दी है। हालांकि डीईओ कार्यालय से जारी पत्र के 13 नंबर बिंदु में कहा गया है कि जिला स्तरीय प्रतियोगिता के लिए प्रत्येक विधा में कम से कम पांच विद्यालयों की सहभागिता अनिवार्य है।











